गंगा में बह रहा था ‘मृत मवेशी’, बीएसएफ ने बाहर निकाला तो खाल में भरे थे तंबाकू
भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर पर पशु की खाल में तंबाकू की तस्करी का मामला सामने आया है. मृत पशु की खाल के भीतर तंबाकू के पैकेट छिपाकर बांग्लादेश भेजने की कोशिश हो रही थी, जिसे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नाकाम कर दिया है. घटना सीमा चौकी नीमतीता इलाके की है.
कोलकाता (अमित शर्मा) : भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर पर पशु की खाल में तंबाकू की तस्करी का मामला सामने आया है. मृत पशु की खाल के भीतर तंबाकू के पैकेट छिपाकर बांग्लादेश भेजने की कोशिश हो रही थी, जिसे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नाकाम कर दिया है. घटना सीमा चौकी नीमतीता इलाके की है.
बीएसएफ के अनुसार, शनिवार को मुखबिरों ने नीमतीता इलाके से बांग्लादेश में तंबाकू की तस्करी किये जाने की सूचना दी थी. मुखबिर की सूचना के आधार पर बीएसएफ की 78वीं बटालियन ने भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके में निगरानी और बढ़ा दी. इसी दौरान गंगा नदी में एक मृत मवेशी को बहता देख बीएसएफ के जवानों को संदेह हुआ.
इससे पहले कि ‘मृत मवेशी’ नदी की धारा में बहकर बांग्लादेश सीमा तक पहुंचता, हाई स्पीड बोट की मदद से बीएसएफ के जवानों ने उसे नदी से बाहर निकाल लिया. ‘मृत पशु’ की खाल सिली हुई थी. सिलाई काटने के बाद खाल के भीतर से प्लास्टिक के 24 पैकेट बरामद किये गये, जिसमें तंबाकू भरे हुए थे.
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तंबाकू का कुल वजन करीब 60 किलो है. बीएसएफ के अनुसार, मौजूदा समय में गंगा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है. फरक्का बराज के गेट खुलने की वजह से नदी में पानी की धार और भी काफी तेज हो जाती है, जिसका फायदा उठाकर तस्कर मृत पशुओं की खाल के भीतर फेंसिडील की बोतलें, तंबाकू और अन्य सामानों बांग्लादेश भेजने की फिराक में लगे रहते हैं.
बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि गंगा नदी के रास्ते भारत से बांग्लादेश में तस्करी का सामान भेजने का आइडिया काफी दिनों से चला आ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि बरामद किये गये तंबाकू को कस्टम विभाग को सौंप दिया गया है. इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. हालांकि, बीएसएफ ने पूरे इलाके में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है.
Posted By : Mithilesh Jha