भारत में ऑक्सीजन की कमी के वक्त हजारों टैंक ऑक्सीजन से भारत की मदद करने वाला इंडोनेशिया और खुद ऑक्सीजन की कमी से लड़ रहा है. कोरोना संक्रमण के डेल्टा वेरिएंट ने इंडोनेशिया में संक्रमण के मामलों की संख्या काफी बढ़ा दी है. बढ़े मामलों की वजह से देश में ऑक्सीजन की कमी हो गयी है.
इंडोनेशिया ने ऑक्सीजन की कमी पूरी करने के लिए भारत के साथ- साथ कई देशों से मदद मांगी है. भारत भी इंडोनेशिया के मदद की तैयारी कर रहा है. सिंगापुर से शुक्रवार को 1000 ऑक्सीजन सिलिंडर, कंसन्ट्रेटर, वेंटिलेटर और अन्य स्वास्थ्य उपकरणों की एक खेप इंडोनेशिया पहुंची है.
ऑस्ट्रेलिया ने भी 1000 वेंटिलेटर भेजने की बात कही है. इंडोनेशिया सिंगापुर से 36 हजार टन ऑक्सीजन और 10 हजार वेंटिलेटर भी खरीदने की तैयारी कर रहा है. चीन से भी इंडोनेशिया ने ऑक्सीजन खरीद को लेकर बातचीत की है. अमेरिका और यूएई ने भी मदद का भरोसा दिया है. इंडोनेशिया दुनिया की चौथी सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. देश में संक्रमण का आंकड़ा 24 करोड़ को पार कर रहा है जबकि 63,760 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में 39,000 नये मामले सामने आये हैं.
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कोरोना संक्रमण के डेल्टा वेरिएंट की वजह से इंडोनेशिया में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो गयी हालात यह है कि अस्पतालों में बिस्तर की कमी है, बेड की कमी की वजह से कई लोग घर पर ही इलाज कर रहे हैं लेकिन सांस लेने में परेशानी और ऑक्सीजन की कमी की वजह से कई लोगों की मौत हो रही है. आपात सुविधाओं में अभाव की वजह से कई लोगों की मौत हो रही है. दक्षिण एशियाई देश में हालत नाजुक होती जा रही है. ऑक्सीजन की कमी की वजह से परेशानियां और बढ़ रही है.
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भारत में जब कोरोना संक्रमण की वजह से हालात नियंत्रण के बाहर हो गये थे तो इंडोनेशिया ने मदद का हाथ बढ़ाया था और 3,400 ऑक्सीजन सिलिंडर और कंसन्ट्रेटर भेजे थे. स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस वक्त हर दिन 1928 टन ऑक्सीजन की जरूरत है. अगर देश में ऑक्सीजन के उत्पादन की स्थिति को देखें तो 2262 टन प्रतिदिन है.