कोरोना वायरस एक तरफ जहां दुनिया भर में तेजी के साथ लोगों को अपने चपेट में ले रहा है तो दूसरी तरफ इस बीमारी की वजह दुनिया में जुबानी जंग भी शुरू हो गयी है, दरअसल चीन के वुहान शहर से फैले इस बीमारी की वजह से अब तक छह हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जिसके कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को चीनी वायरस कह दिया जिसके बाद चीन ने भी जवाबी संदेश में गाली देने से पहले अपने काम पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली. जिसके बाद चीन ने अमेरिका के तीन अखबारों को भी देश से बाहर कर दिया
दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा था कि अमेरिका उन उद्योगों का समर्थन करेगा खास कर एयरलाइंस और अन्य जो विशेष रूप से चीनी वायरस से प्रभावित हैं, हम पहले से ज्यादा मजबूत होंगे
The United States will be powerfully supporting those industries, like Airlines and others, that are particularly affected by the Chinese Virus. We will be stronger than ever before!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) March 16, 2020
जिसके बाद चीन ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई और उसे अपने काम पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली. इसके बाद चीन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अमेरिका के तीन अखबारों को देश से बाहर कर दिया.
चीनी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने जो किया है वह विशेष रूप से चीनी मीडिया संगठनों को टारगेट करने के लिए था. वैचारिक पूर्वाग्रह और कोल्ड वार मानसिकता के कारण ये सब किया गया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बीजिंग से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया और इस कदम को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया
पोम्पियो ने कहा कि ‘मुझे चीन के फैसेल पर दुख है. इससे दुनिया में स्वतंत्र पत्रकारिता के मकसद को धक्का लगेगा. दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी चेतावनी दी है कि इस वायरस को किसी ख़ास समूह या क्षेत्र से जोड़ना ग़लत है.