ट्विटर अकाउंट पर प्रतिबंध के बाद बोले डोनाल्ड ट्रंप, कंपनी कर रही फ्री स्पीच खत्म करने की कोशिश, अपना प्लेटफॉर्म बनायेंगे
वाशिंगटन : माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट स्थायी रूप से बंद कर दिये जाने के बाद उन्होंने अपना नया प्लेटफॉर्म तैयार करने को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने डेमोक्रेट्स और लेफ्ट खेमे के साथ मिलकर फ्री स्पीच को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप कंपनी पर लगाया है.
वाशिंगटन : माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट स्थायी रूप से बंद कर दिये जाने के बाद उन्होंने अपना नया प्लेटफॉर्म तैयार करने को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने डेमोक्रेट्स और लेफ्ट खेमे के साथ मिलकर फ्री स्पीच को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप कंपनी पर लगाया है.
#UPDATE | After the suspension of his personal Twitter account, US President Donald Trump tweeted from his official @POTUS account but the tweets were taken down within minutes. https://t.co/eg5ovKvkxb pic.twitter.com/vaL4wKTkpT
— ANI (@ANI) January 9, 2021
जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का निजी अकाउंट माइक्रोब्लॉगिंग साइट स्थायी रूप से बंद कर दिये जाने के तुरंत बाद उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर जमकर हमला बोला. हालांकि, कुछ ही मिनटों बाद ट्वीट को हटा दिया गया.
उन्होंने लिखा है कि ”मैं लंबे वक्त से कहता आया हूं कि ”ट्विटर फ्री स्पीच पर प्रतिबंध लगाने में और आगे बढ़ गया है. मुझे चुप कराने के लिए आज रात ट्विटर के कर्मचारियों ने अपने मंच से मेरे अकाउंट को हटाने के लिए डेमोक्रेट्स और उग्र लेफ्ट के साथ समन्वय किया है.”
साथ ही ट्विटर पर हमला करते हुए कहा है कि ”और आप, साढ़े सात करोड़ देशभक्तों ने मुझे वोट किया. ट्विटर एक निजी कंपनी हो सकती है, लेकिन धारा 230 के सरकार के उपहार के बिना वे लंबे समय तक मौजूद नहीं रहेंगे. मैंने भविष्यवाणी की थी कि ऐसा होगा.”
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा है कि ”हम अन्य वेबसाइटों के साथ बातचीत कर रहे हैं, और जल्द ही एक बड़ी घोषणा होगी, जबकि निकट भविष्य में हम अपने स्वयं के मंच के निर्माण की संभावनाओं को भी देखते हैं. हम चुप नहीं रहेंगे.”
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ”ट्विटर फ्री स्पीच के लिए नहीं है. वे सभी कट्टरपंथी वाम मंच को बढ़ावा देने के बारे में है, जहां दुनिया के कुछ सबसे शातिर लोगों को खुल कर बोलने की अनुमति है.