कोरोना वायरस संकट के बावजूद अमेरिका में स्कूलों को फिर से खोलने के दृढ़ निश्चय के साथ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को चेताया कि अगर पतझड़ के मौसम तक स्कूल नहीं खुलते हैं तो उनको दी जाने वाली संघीय निधि रोक ली जाएगी. राष्ट्रपति ने शिकायत की कि उनके खुद के जन स्वास्थ्य अधिकारियों के सुरक्षा दिशा निर्देश अव्यावहारिक हैं. इसके फौरन बाद उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने घोषणा की कि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र अगले हफ्ते नए दिशा निर्देश जारी करेगा जिससे ‘‘हमारे स्कूलों को सभी नए तौर-तरीकों की जानकारी दी जाएगी. ”
उन्होंने कहा कि इन सिफारिशों से छात्र सुरक्षित रहेंगे लेकिन ‘‘राष्ट्रपति ने आज कहा है कि हम दिशा निर्देश बहुत सख्त नहीं चाहते हैं. ” इस बीच न्यूयॉर्क शहर ने एलान किया कि उसके ज्यादातर छात्र हफ्ते में केवल दो या तीन दिन कक्षाओं में आएंगे और बाकी के समय ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे. मेयर बिल डे ब्लासियो ने कहा, ‘‘ज्यादातर स्कूलों में एक समय में सभी छात्र नहीं आ पाएंगे. ”
ट्रंप ने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट्स स्वास्थ्य चिंताओं के बजाय चुनावों की वजह से स्कूलों को बंद रखना चाहते हैं. उन्होंने स्कूलों को फिर से खोलने वाले दिशा निर्देशों के लिए सीडीसी अधिकारियों को आगाह करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मैं उनसे मुलाकात करूंगा. ” उन्होंने कहा, ‘‘स्कूलों को फिर से खोलना छात्रों और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण है.
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अगर स्कूल नहीं खुले तो उनके वित्त पोषण में कटौती की जा सकती है. ” राष्ट्रपति ने ट्विटर पर दलील दी कि जर्मनी, डेनमार्क और नोर्वे समेत कई देशों ने ‘‘बिना किसी दिक्कतों” के स्कूलों को फिर से खोला है. बता दें कि अमेरिका में कोरोना मरीजों की संख्या 31 लाख के पार चली गयी है. वहीं इससे मरने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 34 हजार से पार चली गयी है. इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या न्यूयॉर्क में 4 लाख 24 हजार 263 है जो कि देश में सबसे ज्यादा है. अमेरिका में सबसे ज्यादा रफ्तार से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और वो अब भी पूरे विश्व में पहले स्थान पर है.
posted by : sameer oraon