Donald Trump Warns Hamas: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चेतावनी दी कि यदि गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए लोगों को 20 जनवरी, 2025, से पहले रिहा नहीं किया गया, तो मध्य पूर्व में गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं. इजरायली आंकड़ों के अनुसार, हमास आतंकियों ने पिछले साल इजरायल पर हुए हमले के दौरान 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था, जिनमें कई इजरायली-अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. वर्तमान में 101 विदेशी और इजरायली बंधकों में से करीब आधे के जीवित होने का अनुमान है.
ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “यदि बंधकों की रिहाई तय समय तक नहीं होती है, तो अमेरिका कार्रवाई करेगा और यह कार्रवाई ऐसी होगी, जो इतिहास में कभी नहीं देखी गई. जो लोग मानवता के खिलाफ इस तरह का अपराध कर रहे हैं, उन्हें कठोरतम सजा दी जाएगी.” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा.
हमास ने गाजा में बंधकों की रिहाई के बदले इजरायल से युद्ध समाप्त करने और गाजा से पूरी तरह वापसी की मांग की है. इसके विपरीत, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कहा है कि जब तक हमास का पूर्ण विनाश नहीं हो जाता, तब तक युद्ध जारी रहेगा. इस बीच, नेतन्याहू को बंधकों को बचाने में असफल रहने के आरोपों के कारण इजरायल में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को हमास ने दावा किया कि गाजा में 33 बंधकों की मौत हो गई है, लेकिन उनकी राष्ट्रीयता के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.
यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के आतंकियों ने इजरायली समुदायों पर हमला किया, जिसमें 1,200 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद इजरायल ने जवाबी सैन्य कार्रवाई शुरू की, जिसमें अब तक 44,400 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. गाजा का बड़ा हिस्सा पूरी तरह तबाह हो चुका है, वहां की अधिकांश आबादी विस्थापित हो गई है. हमास के गाजा प्रमुख खलील अल-हय्या ने हाल ही में कहा कि जब तक युद्ध समाप्त नहीं होता, तब तक बंधकों और कैदियों की अदला-बदली का कोई समझौता संभव नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मुद्दा युद्ध खत्म होने पर ही सुलझ सकता है.
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया. इन बंधकों में से कुछ को दो अस्थायी युद्धविराम समझौतों के तहत रिहा किया गया, जबकि कई हमलों के दौरान मारे गए. वर्तमान में, लगभग 100 बंधक अब भी हमास की कैद में हैं, जिन्हें छुड़ाने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान कई बार युद्धविराम की कोशिशें की गईं, लेकिन वे सफल नहीं हो पाईं. स्थिति को लेकर तनाव बना हुआ है और बंधकों की सुरक्षित वापसी के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बढ़ता जा रहा है.