उत्तरी जापान के पास शनिवार को भूकंप का जोरदार झटका महसूस किया गया, जिससे तोक्यो में भी इमारतें हिल गईं जबकि उत्तरी तट के एक हिस्से के लिए सूनामी की चेतावनी जारी की गई.
भूकंप में किसी क्षति या किसी के घायल होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है. अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप की तीव्रता 7.0 मापी गई और इसकी गहराई 54 किलोमीटर थी. भूकंप के झटके शाम 6:10 बजे से पहले शुरू हुए.
भूकंप का केंद्र देश के उत्तरपूर्व हिस्से में मियागी प्रान्त के तट के पास केंद्रित था, जिसे 2011 के भूकंप और सुनामी के दौरान भारी क्षति पहुंची थी. उस भूकंप में 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने भूकंप के तुरंत बाद मियागी प्रान्त के लिए एक मीटर तक की सूनामी की चेतावनी जारी की लेकिन इसे लगभग 90 मिनट बाद वापस ले लिया.
जापान के सरकारी एनएचके टेलीविजन ने कहा कि हो सकता है कि सुनामी पहले से ही मियागी तट के कुछ हिस्सों में पहुंच गई हो. वहां के अधिकारियों ने कहा कि नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है. एनएचके ने कहा कि भूकंप के चलते कुछ क्षेत्रों में अस्थायी तौर पर बिजली की आपूर्ति रुक गई और बुलेट ट्रेन सेवाएं निलंबित हो गईं.
परमाणु नियामक प्राधिकरण ने कहा कि फुकुशिमा दाइची परमाणु संयंत्र सहित क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में कोई असामान्यता नहीं पाई गई है, जो 2011 के भूकंप और सुनामी में प्रभावित हुए थे. मियागी प्रान्त में टोम शहर की एक संकट प्रबंधन अधिकारी अकीरा वेकिमोतो ने कहा कि भूकंप आने पर वह अपने अपार्टमेंट में थीं और उन्होंने अपने कमरे में लंबे समय तक कंपन महसूस किया.
तटीय शहर ओफुनातो एक होटल के कर्मचारी शोतारो सुजुकी ने कहा कि बिजली अस्थायी तौर पर कट गई थी और लिफ्ट की सेवा थोड़ी देर के लिए बंद हो गई थी, लेकिन बिजली की आपूर्ति अब बहाल हो गई है और कोई अन्य समस्या नहीं है.
सुजुकी ने एनएचके से कहा, हमारे मेहमान चिंतित लग रहे थे, लेकिन वे सभी अब अपने कमरों में लौट गए हैं. मध्य फरवरी में क्षेत्र में आये एक और शक्तिशाली भूकंप में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 180 से अधिक अन्य घायल हो गए थे.
हालांकि, ज्यादातर घायल मामूली रूप से जख्मी हुए थे. भूकंप से सड़कें, रेल लाइनें और हजारों घर क्षतिग्रस्त हो गए थे. उससे फुकुशिमा दाइची परमाणु संयंत्र को भी मामूली नुकसान पहुंचा था.
जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी के प्रवक्ता नोरिको कामया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शनिवार के भूकंप को 2011 में आये 9.0 तीव्रता वाले भूकंप के बाद का झटका माना जा रहा है. कामया ने लोगों से सावधानी बरतने और संभावित उच्च लहरों के कारण समुद्र तट से दूर रहने का आग्रह किया.
Posted By – Arbind kumar mishra