नाकाम रही पाकिस्तान की सारी कोशिशें FATF ने फिर दिया झटका, ग्रे लिस्ट में बना रहेगा
पाकिस्तान अपनी हरकतों की वजह से ग्रे लिस्ट में बना रहेगा. फाइनेंशिल एक्शन टॉस्क फोर्स की पेरिस में हुई ऑनलाइन बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा गया है. पाकिस्तान ने इस लिस्ट से खुद को हटाने की खूब कोशिश की लेकिन पाकिस्तान की रणनीति विफल रही.
पाकिस्तान अपनी हरकतों की वजह से ग्रे लिस्ट में बना रहेगा. फाइनेंशिल एक्शन टॉस्क फोर्स की पेरिस में हुई ऑनलाइन बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखा गया है. पाकिस्तान ने इस लिस्ट से खुद को हटाने की खूब कोशिश की लेकिन पाकिस्तान की रणनीति विफल रही.
Pakistan to remain on the grey list of terror-financing watchdog Financial Action Task Force (FATF): Sources pic.twitter.com/nIO4a757rc
— ANI (@ANI) October 23, 2020
शुक्रवार शाम को एफएटीफ ने जानकारी दी कि पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद के खिलाफ 27 सूत्रीय एजेंडे को पूरा करने में असफल रही . पाकिस्तान आतंकी संगठनों पर ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है, तमाम वादों के बाद भी पाकिस्तान विफल रहा इस वजह से उसे ग्रे लिस्ट में रखा गया है.
अपने बयान में फाइनेंशिल एक्शन टॉस्क फोर्स हमेशा यह बात करता रहा कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग पर नकेल नहीं कस पाया है.अपने बयान में अधिकारियों ने बताया कि एफएटीएफ के मुताबिक वह लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद को धन उपलब्ध होने पर अंकुश लगाने में विफल रहा है.
पाकिस्तान दुनियाभर में अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है लेकिन इस कदम से पाकिस्तान की कोशिशें नाकाम रही है. इस लिस्ट से पाकिस्तान लंबे समय से हटना चाहता है. मालूम हो कि पिछले साल अक्टूबर के बाद से पाकिस्तान को दो बार यह एक्सटेंशन दिया जा चुका है. इस बार एफएटीएफ की ओर से कोरोनावायरस महामारी का हवाला दिया गया. एफएटीएफ ने उन सभी देशों को ग्रे लिस्ट में ही रखने का फैसला किया जो पहले से इसमें शामिल थे. वहीं, जिन देशों को ब्लैक लिस्ट में रखा गया था, वो भी उसी में ही रहेंगे.
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आतंकवाद को समर्थन देने के कारण एफएटीएफ ने पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में डाल दिया था. पाकिस्तान पर आरोप था कि वह आतंकी संगठनों को फंड मुहैया कराने वाले नेटवर्क का समर्थन करता है. बाद में एफएटीएफ के दबाव के चलते पाकिस्तान ने दिखावे के लिए कुछ कदम उठाए, लेकिन वह अपनी कार्रवाई से एफएटीएफ को संतुष्ट नहीं कर पाया.
पाकिस्तान ने जैश के संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जा चुके मसूद अजहर और 2008 के मुंबई धमाकों के ‘प्रॉजेक्ट मैनेजर’ साजिद मीर जैसे किसी आतंकी के खिलाफ ऐक्शन नहीं लिया. ये दोनों कथित रूप से पाकिस्तान में आजाद घूम रहे हैं.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak