NATO जॉइन करेंगे पड़ोसी देश फिनलैंड और स्वीडन, पुतिन को लगा बड़ा झटका
यदि आपत्तियों को दूर कर लिया गया और बातचीत आगे बढ़ती है तो दोनों देश कुछ ही महीनों में नाटो में शामिल हो जाएंगे. इस पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर आठ से 12 माह का वक्त लगता है, लेकिन नाटो इसे जल्द पूरी करना चाहता है.
Russia Ukraine War : एक ओर जहां रूस और यूक्रेन के बीच जंग अभी भी जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो,NATO) के महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने बुधवार को कहा कि फिनलैंड और स्वीडन (Finland and Sweden) ने नाटो में शामिल होने के लिए आधिकारिक तौर पर आवेदन दिया है. दोनों देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले से बढ़ी चिंताओं के बीच सबसे बड़े सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए यह कदम उठाया है.
Also Read: अब क्या करेंगे पुतिन ? काला सागर में डूबा रूस का युद्धपोत, यूक्रेन के ‘हमले’ से हुआ था तबाह
आवेदनों को कम से कम 30 सदस्य देशों की मंजूरी मिलना जरूरी
स्टोल्टनबर्ग ने दो नॉर्डिक देशों के राजदूतों से आवेदन प्राप्त करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैं नाटो में शामिल होने के फिनलैंड और स्वीडन के अनुरोध का स्वागत करता हूं. आप हमारे निकटतम साझेदार हैं. अब इन आवेदनों को कम से कम 30 सदस्य देशों की मंजूरी मिलना जरूरी है. पूरी प्रक्रिया में दो सप्ताह का वक्त लग सकता है, हालांकि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन फिनलैंड और स्वीडन को नाटो में शामिल करने को लेकर आपत्ति जता चुके हैं.
Also Read: सरकारी वेबसाइट पर व्लादिमीर पुतिन का दावा, ‘हमेशा से रूस का हिस्सा था यूक्रेन’, जानें पूरा इतिहास
कुछ ही महीनों में नाटो में शामिल हो जाएंगे देश
यदि आपत्तियों को दूर कर लिया गया और बातचीत आगे बढ़ती है तो दोनों देश कुछ ही महीनों में नाटो (NATO) में शामिल हो जाएंगे. इस पूरी प्रक्रिया में आमतौर पर आठ से 12 माह का वक्त लगता है, लेकिन नाटो इसे जल्द पूरी करना चाहता है. गौरतलब है कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से स्वीडन और फिनलैंड में नाटो में शामिल होने पर आम राय बनी है.
Also Read: रूस-यूक्रेन युद्ध : पुतिन के आगे झुके जेलेंस्की! रूस की विनाशलीला देख समझौते का दिया संकेत
Posted By : Amitabh Kumar