अमेरिका : अमेरिका में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे हथियारों की बिक्री बढ़ती जा रही है. आंकड़ों के अनुसार, करीब 50 लाख लोगों ने पहली बार हथियार खरीदे हैं. अमेरिका में अभी कुल आबादी से ज्यादा बंदूकें हैं. यहां हर 100 नागरिक पर 120.5 बंदूकें हैं. बंदूकों की बिक्री के मद्देनजर रिटेल सामान बेचनेवाली कंपनी वॉलमार्ट ने पूरे अमेरिका में अपने रिटेल स्टोर से बंदूकों और गोला-बारूद को डिस्प्ले से हटा लिया है.
आशंका है कि चुनावी नतीजे एकतरफा आने पर हिंसक झड़प या कलह हो सकती है. चुनाव परिणाम के बाद आतंरिक कलह की आशंका जताने वालों में फेसबुक के सीइओ मार्क जुकरबर्ग और अन्य शामिल हैं. जुकरबर्ग ने कहा कि मुझे इस बात की चिंता है कि हमारा देश बहुत ज्यादा बंट गया है और चुनाव परिणाम के अंतिम रूप देने में कुछ दिन और हफ्ते लग सकते हैं. जुकरबर्ग ने कहा कि हथियारों की बिक्री से पूरे देश में आंतरिक कलह का खतरा पैदा हो गया है.
शुक्रवार को ही ट्रंप ने मतदान प्रक्रिया पर संदेह जताया था. उधर, हथियारबंद मिलिशिया गुटों का कहना है कि अगर ट्रंप को जीत नहीं दी गयी, तो वे सड़कों पर उतरेंगे. अमेरिका में कई राज्यों में इस बात को लेकर कोर्ट में मामले शुरू हो गये हैं कि क्या मतदान केंद्रों पर बंदूक लेकर जाने दिया जाये या नहीं. मिशिगन के एक जज ने तो मतदान केंद्रों पर बंदूक ले जाने की अनुमति दे दी है. ट्रंप ने इस फैसले का स्वागत किया है.
posted by : sameer oraon