Flood In Pakistan: पाकिस्तान में आई बाढ़ ने चारों ओर तबाही मचा दी. जिससे देश में कृषि भूमि, शहरी क्षेत्र में अर्थव्यवस्था को बड़े नुकसान होने का अंदाजा लगाया जा रहा है. इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को सभी हितधारकों से पुनर्वास प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल होने का आह्वान किया. बाढ़ से देश में 40 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया गया है.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की तरफ से दी गई अद्यतन जानकारी के मुताबिक बाढ़ से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1,481 हो गया है, जबकि 12,748 लोग घायल हुए हैं. इसमें बताया गया है कि 12,418 किलोमीटर सड़कों को नुकसान पहुंचा है, जबकि 17 लाख से अधिक घर आंशिक या पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. विनाशकारी बाढ़ के चलते 9,08,137 मवेशियों की भी जान गई है.
शरीफ ने मंत्रिमंडल की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “यह परीक्षा का समय है और हमें एकजुटता दिखानी है.” एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मंगलवार को खबर दी कि राष्ट्रीय बाढ़ प्रतिक्रिया समन्वय केंद्र (एनएफआरसीसी) ने सोमवार को बाढ़ प्रतिक्रिया केंद्र की एक बैठक में 40 अरब अमरीकी डॉलर के नुकसान का आंकड़ा दिया. जहां वित्त मंत्रालय ने ‘एन अर्ली असेसमेंट ऑफ फ्लड इंपैक्ट ऑन पाकिस्तान इकॉनमी’ शीर्षक वाली आकलन रिपोर्ट पेश की है. यह नया आंकड़ा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस द्वारा पिछले हफ्ते पाकिस्तान के एकजुटता दौरे के दौरान दिए गए 30 अरब डॉलर के आंकड़े से काफी ज्यादा है.
देश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में गुतारेस की हाल की यात्रा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए व्यावहारिक कदमों पर जोर दिया. शरीफ ने कहा कि गुतारेस ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान जलवायु परिवर्तन से प्रेरित आपदा का सबसे खराब शिकार बन गया है, एक ऐसी घटना जिसमें उसका कोई योगदान नहीं है.
इस बैठक में वित्त मंत्रालय ने ‘पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बाढ़ के प्रभाव का प्रारंभिक आकलन’ शीर्षक से एक रिपोर्ट पेश की. वित्त मंत्रालय की शुरूआती मूल्यांकन रिपोर्ट में बाढ़ के कारण आर्थिक नुकसान लगभग 18 अरब डॉलर रहने का अनुमान लगाया था. जिसमें पाकिस्तान के योजना मंत्री और एनएफआरसीसी के अध्यक्ष अहसान इकबाल ने कहा, ‘‘विनाशकारी परिस्थितियों से पता चलता है कि बाढ़ के नुकसान का दायरा 30 अरब डॉलर से लेकर 40 अरब डॉलर से भी अधिक हो सकता है.
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” प्रारंभिक मूल्यांकन रिपोर्ट बनाने में शामिल वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, अगर घाटा बढ़कर 40 अरब डॉलर हो जाता है, तो इसका मतलब है कि इस साल पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि नकारात्मक हो सकती है. साथ ही आपूर्ति श्रृंखला में बाधाओं की वजह से मुद्रास्फीति 30 प्रतिशत को पार कर सकती है. पाकिस्तान में बाढ़ से 3.3 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जिन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है. (भाषा इनपुट के साथ)