Loading election data...

US VISA: कट्टर दुश्मन चीन को 2 दिन में वीजा देता है अमेरिका, भारतीयों को करना पड़ता है दो साल का इंतजार

US Visa: अमेरिकी वीजा के अपॉइंटमेंट के लिए भारतीयों को 833 दिन का इंतजार करना पड़ता है. वहीं, चीन के नागरिकों को इसके लिए महज दो दिन का इंतजार करना पड़ता है. एक अमेरिकी वेबसाइट से यह जानकारी मिली है. इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री से बात भी की है.

By Pritish Sahay | September 29, 2022 6:58 PM
an image

US Visa: अमेरिका की भारत के साथ दोस्ती और चीन के साथ खींचतान जगजाहिर है. लेकिन अमेरिकी वीजा (America Visa) के लिए अपॉइंटमेंट टाइम के मामले में चीन भारत की अपेक्षा अमेरिका से ज्यादा करीब है. दरअसल, अमेरिकी वीजा के अपॉइंटमेंट के लिए भारतीयों को 833 दिन का इंतजार करना पड़ता है. वहीं, चीन के नागरिकों को इसके लिए महज दो दिन का इंतजार करना पड़ता है. यह जानकारी एक अमेरिकी वेबसाइट से मिली है.

अमेरिकी वेबसाइट के माध्यम से मिली जानकारी: अमेरिकी वेबसाइट के माध्यम से यह पता चला है कि बी-1 बिजनेस वीजा और बी-2 टूरिज्म वीजा के लिए भारतीयों आवेदकों को एक अपॉइंटमेंट के लिए दो साल से ज्यादा का समय लगता है. जबकि, वहीं वीजा अपॉइंटमेंट के लिए चीनी नागरिक को महज दो दिन का इंतजार करना पड़ता है. इधर, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर यह मुद्दा अमेरिकी विदेश मंत्री के सामने उठा चुके हैं.

Us visa: कट्टर दुश्मन चीन को 2 दिन में वीजा देता है अमेरिका, भारतीयों को करना पड़ता है दो साल का इंतजार 2

दो साल से ज्यादा का करना होता है इंतजार: अमेरिकी विदेश विभाग की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से आए वीजा आवेदन के लिए 833 दिनों का इंतजार तो वहीं कोलकाता में वाणिज्य दूतावास का समय 767 ​​दिन और मुंबई में वाणिज्य दूतावास के लिए यह अपॉइंटमेंट वेटिंग टाइम 848 दिन है. इससे इतर बीजिंग के लोगों के लिए यह समय अवधि सिर्फ दो दिन है.

Also Read: Russia-Ukraine War: ‘मतभेदों को दूर करने में भारत की बड़ी भूमिका’, विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कही ये बात: हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के सामने यह मुद्दा उठाया था. जिस पर एंटनी ब्लिंकन ने आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द ही समस्याओं को ठीक कर दिया जाएगा. वहीं, बीते मंगलवार को भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा कि कोरोना महामारी और कर्मचारियों की कमी के कारण ऐसा हुआ है.

Also Read: Udhampur Blast की छानबीन करने पहुंची NIA की टीम, दो-दो धमाकों के बाद हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
Exit mobile version