पेरिस : आतंकी हमले (Terrorist Attack) के बाद फ्रांस (France) ने आतंकवादी पर नकेल कसने के लिए एक नयी कवायद शुरू की है. फ्रांसीसी अधिकारियों (French Officials) ने उन मस्जिदों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है, जिनपर उन्हें अलगाववाद और चरमपंथ को बढ़ावा देने का संदेह है. फ्रांसीसी मंत्री ने कहा है कि कड़ी निगरानी की जा रही है. अगर आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देते पाया गया तो कुछ मस्जिदों को बंद भी किया जा सकता है.
फ्रांसीसी गृह मंत्री गेराल्ड डेरमैनियन (Gerald Darmanin) ने इस संबंध में घोषणा करते हुए कहा कि फ्रांस को आकंतवादी हमलों से बचाने के लिए सरकार कई प्रयास कर रही है. कड़ी निगरानी की जा रही है. जांच में अगर मस्जिदों में आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा देते पाया गया तो ऐसे मस्जिदों में ताले लगाये जा सकते हैं. पूर्व में भी ऐसा कदम उठाते हुए फ्रांस में अक्तूबर में छह महीनों के लिए पेरिस की सभी मस्जिदों को बंद कर दिया गया है.
हाल के दिनों में फ्रांस में कई आतंकवादी हमले हुए हैं. इनमें एक मामला वह भी है जहां एक चचेन शरणार्थी द्वारा एक शिक्षक की गला काटकर हत्या है. हत्यारे ने दलील दी कि उसने शिक्षक की हत्या इसलिए कर दी कि उनके बच्चों को जो उसके पास पढ़ते थे, शिक्षक द्वारा उन्हें मोहम्मद साहब का विवादित कार्टून दिखाया गया था. इन घटनाओं के बाद से फ्रांस में अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
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इसके घटना के बाद फ्रांस के नीस शहर में एक चरमपंथी ने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इसे भी आतंकी हमले की श्रेणी में रखा गया. इन हमलों से परेशान फ्रांस की सरकार ने सभी मस्जिदों की जांच शुरू कर दी. गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया कि जहां भी शक हो उन्हें बंद कर दिया जाए. मंत्रालय ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में देश में हर संदिग्ध जगहों की जांच की जायेगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रांस की आबादी के 7 फीसदी मुसलमान हैं. देश में तकरीबन 2600 मस्जिदें हैं. सरकार ने तीन साल में कार्रवाई करते हुए तीन मस्जिदों को बंद कर दिया है. ताजा हमलों के बाद 76 मस्जिदें सरकार के शक के दायरे में हैं. इनकी जांच की जा रही है. संदिग्ध गतिविधियां पाये जाने पर इन्हें बंद किया जा सकता है. पेरिस की 16 मस्जिदों की जांच की जा रही है.