G-7 expansion,narendra modi, donald trump: अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जी-7 के विस्तार की योजना का हिस्सा बनते हुए भारत को अमेरिका के साथ काम करने में खुशी होगी. अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल में टेलीफोन पर हुई बातचीत पर प्रतिक्रिया देते हुए राजदूत ने यह बात कही.
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बता दें कि ट्रंप की इच्छा दुनिया के ताकतवर देशों के समूह जी-7 का विस्तार करने और उसमें भारत सहित कुछ अन्य देशों को शामिल करने की है. उनके इस प्रस्ताव पर भारत ने सकारात्मक संकेत दिए हैं. इससे यह संदेश गया है कि आने वाले समय में भारत जी-7 का हिस्सा बन सकता है. एएनआई के साथ बातचीत में तरनजीत सिंह संधू ने कहा कि दोनों नेता(ट्रंप औऱ मोदी) एक दूसरे के साथ लगातार संपर्क में हैं. यहां तक कि दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी एक दूसरे के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं.
#WATCH— On this aspect,there has been a very close collaboration: Taranjit Singh Sandhu, Indian Envoy to US on,"In telephonic conversation, the two leaders (PM Modi&US President Trump) also exchanged views on #COVID19. Can you spell out finer details in terms of collaborations?" pic.twitter.com/6G8J5hQtDm
— ANI (@ANI) June 9, 2020
राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच फोन पर बातचीत 2 जून को हुई और इस बातचीत में अन्य मुद्दों के साथ-साथ जी-7 से जुड़े दो मसलों पर बातचीत हुई. संधू ने बताया कि फोन पर दोनों नेताओं के बीच कई पहलुओं पर बात हुई, लेकिन दो मुद्दे सबसे अहम रहे. इनमें पहला यह था कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी को जी7 शिखर सम्मेलन में आने और भाग लेने के लिए न्योता दिया. दूसरा यह था कि ट्रंप ने पीएम मोदी से जी-7 के विस्तार और उसमें भारत के शामिल होने को लेकर इच्छा जाहिर की.
राजदूत ने आगे कहा कि जहां तक राष्ट्रपति ट्रंप की जी-7 के विस्तार की इच्छा है तो भारत को अमेरिका के साथ मिलकर काम करने में खुशी होगी. हालांकि उन्होंने आगे यह भी कहा कि मुझे लगता है कि कोई निश्चत तारीख को अंतिम रूप से तय किया जाना अभी बाकी है. एक बार जब तारीखें तय हो जाएंगी तो उसकी जानकारी दी जाएगी.
अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू संधू ने वाशिंगटन डीसी में हाल ही में भारतीय दूतावास के बाहर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ कुछ अराजक तत्वों की ओर से की गई हरकत पर कहा कि यह मानवता के खिलाफ अपराध है. हमने तुरंत इसकी सूचना विदेश विभाग को दी. हमने मेट्रोपॉलिटन पुलिस और पार्क पुलिस के पास मामले दर्ज कराए हैं, वे इस मामले में जांच कर रहे हैं. जहां तक प्रतिमा दुरुस्त किए जाने की बात है, यह काम चल रहा है. अगले हफ्ते तक यह काम पूरा हो जाएगा. बता दें कि इस घटना पर भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने माफी भी मांगी थी.
Posted By: Utpal kant