ड्रैगन की जुर्रत : युद्ध की योजना बना रहा चीन, जिनपिंग ने गलवान झड़प के वीडियो को जीत के तौर पर किया पेश
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के 20वें महाधिवेशन में रविवार को अपनी वर्क रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि उनकी अगुवाई वाली चीन की सेना प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी पर पहले से कहीं अधिक जोर देगी.
नई दिल्ली : पड़ोसी देश में चीन युद्ध की योजना बनाने में जुट गया है. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार यानी 15 अक्टूबर को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के 20वें महाधिवेशन के उद्घाटन समारोह के दौरान गलवान घाटी के सैन्य झड़प की वीडियो क्लिप चलाया गया. 15 जून, 2020 को पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना और पीएलए के बीच गलवान झड़प को तत्कालीन चीनी सैन्य कमांडर के साथ एक नायक के रूप में टोस्ट किया गया था. इस वीडियो में चीनी सैन्य कमांडर ने बीजिंग में आयोजित 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों की मशाल भी ले रखी थी. सबसे बड़ी बात यह है कि चीन के तीसरी बार राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पहले शी जिनपिंग ने गलवान घाटी की वीडियो क्लीप को अपने शौर्य के तौर पर पेश किया है.
युद्ध जीतने पर चीनी सेना का जोर
उधर, खबर यह भी है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के 20वें महाधिवेशन में रविवार को अपनी वर्क रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि उनकी अगुवाई वाली चीन की सेना प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी पर पहले से कहीं अधिक जोर देगी. इस तैयारी का उद्देश्य युद्ध लड़ने और उसे जीतने की क्षमता को बढ़ाना है, ताकि स्ट्रेटेजिक डेटेरेंसट की एक मजबूत प्रणाली बनाई जा सके. अपनी वर्क रिपोर्ट में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आगे कहा कि हम सेना की ट्रेनिंग की अवधि को बढ़ाएंगे और युद्ध लड़ने और जीतने के लिए उसकी क्षमता को बेहतर बनाएंगे.
द ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में दिखाया गया गलवान का वीडियो
राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा वर्क रिपोर्ट पेश किए जाने से पहले बीजिंग के द ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प की एक वीडियो क्लिप भी दिखाई गई. इन झड़पों का हिस्सा रहे चीनी सेना के एक कमांडर भी मौजूद रहे. मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के तीसरी बार राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पहले शी जिनपिंग ने गलवान घाटी की झड़प वाली वीडियो क्लीप को अपने शौर्य के तौर पर पेश किया है.
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गलवान झड़प को जीत के तौर पर पेश कर रहे शी जिनपिंग
बता दें कि शी जिनपिंग की सरकार गलवान घाटी में 15 जून 2020 को भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प को पीपुल लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की जीत के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है. इसमें दावा यह किया जा रहा है कि भारत के 20 सैनिकों के मुकाबले उसे केवल चार सैनिकों का ही नुकसान हुआ है. हालांकि, भारतीय सेना का मानना है कि गलवान घाटी में इस खूनी संघर्ष में चीन को 67 में से 43 सैनिकों का नुकसान हुआ है.