Gaza : गाजा पट्टी के हालात बहुत ही ज्यादा खराब है जिसका असर बच्चों पर देखने को मिल रहा है. यहां ‘हाइपोथर्मिया’ से एक और बच्चे की जान चली गई. यदि आप इस टर्म से वाकिफ नहीं तो आपको बता दें, ‘हाइपोथर्मिया’ एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस (96 एफ) से नीचे चला जाता है. वह खुद को गर्म करने में सक्षम नहीं हो पाता. इससे जान जाने का खतरा बना रहता है. गाजा पट्टी में करीब 15 महीने के युद्ध से विस्थापित हुए हजारों फिलिस्तीनी लोग सर्दियों से बचने के लिए टेंटों में रहने को मजबूर हैं. इनमें बच्चे भी शामिल हैं.
20 दिन के बच्चे की भीषण ठंड से मौत
aljazeera.com ने एक खबर प्रकाशित की है. इसमें कहा गया है कि गाजा में 20 दिन के एक बच्चे की भीषण ठंड से मौत हो गई. इजरायल द्वारा घेरे गए फिलिस्तीनी क्षेत्र में पिछले छह दिनों में हाइपोथर्मिया से यह पांचवीं मौत है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जुमा अल-बत्रान की रविवार को मौत हो गई. वहीं उसका जुड़वां भाई अली अल-अक्सा शहीद अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है. बीस दिन के जोमा के पिता येहिया ने रोते हुए बताया कि रविवार को जब उसके माता-पिता जागे तो उसका सिर बर्फ की तरह ठंडा हो चुका था.
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आठ लोगों के पास ओढ़ने के लिए केवल चार कंबल
येहिया ने बताया कि जुड़वा बच्चों का जन्म समय से एक महीने पहले हुआ था. उन्हें अस्पताल की नर्सरी में सिर्फ एक दिन ही रखा गया. वे तंबू में रहते हैं. रात में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस (50 डिग्री फारेनहाइट) से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘हम आठ लोग हैं. हमारे पास केवल चार कंबल हैं. डॉक्टरों ने उनकी मां को नवजात शिशुओं को गर्म रखने के लिए कहा था, लेकिन यह असंभव था.’’
परिवार ने मध्य गाजा के डेर अल-बलाह शहर में एक फटे हुए तम्बू के अंदर शरण ले रखी है.