आतंकवाद को पनाह देने के लिए दुनिया भर में बदनाम पाकिस्तान भारत के खिलाफ नापाक साजिश में जुटा हुआ है. वह अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को लगातार बढ़ा रहा है. जर्मन सरकार की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान इन हथियारों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और सीरिया अभी भी ऐसी कोशिशों को बढ़ा रहे हैं. वो अपने मौजूदा हथियारों के भंडार को पूरा करने का लक्ष्य रखते हैं.
इसमें आगे कहा गया है कि ये देश हथियारों की मारक रेंज बढ़ाने, तैनाती और नए हथियार सिस्टम को सटीक बनाने का इरादा रखते हैं. वो जर्मनी से अवैध खरीद प्रयासों के जरिए आवश्यक उत्पाद और संबंधित जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. जर्मन रिपोर्ट कहती है कि पाकिस्तान का व्यापक सैन्य परमाणु कार्यक्रम भारत के खिलाफ निर्देशित है जिसे वो कट्टर दुश्मन मानता है.
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इससे भारत की उन बातों पर बल मिला है जो वो हमेशा कहता आया है. रिपोर्ट में भारी तबाही वाले परमाणु, जैविक और रासायनिक हथियारों के प्रसार को विस्तार से बताया गया है. साथ ही ऐसी चीजों के उत्पादन और डिलिवरी सिस्टम के बारे में भी बताया गया है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, जर्मनी के राज्य बैडेन-वुर्टेमबर्ग के संविधान रक्षा दफ्तर की साल 2019 के लिए सालाना रिपोर्ट में उक्त बातों का खुलासा हुआ है.
इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग भी आतंकवाद पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कह चुका है कि पाकिस्तान अब भी आतंकी समूहों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है. इसके साथ ही जून में ही जारी स्वीडन के प्रमुख थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पाकिस्तान के पास 160 परमाणु हथियार हैं जो भारत से ज्यादा हैं. रिपोर्ट में जर्मनी में महत्वपूर्ण संस्थानों और उच्च तकनीक कंपनियों को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि पाकिस्तान सरीखे कई देश तकनीकी या कलपुर्जों को देने पर सामूहिक विनाश के हथियार को विकसित कर सकते हैं.
रिपोर्ट ने राज्य के संस्थानों को चेतावनी दी है कि इस तरह के हथियारों को विकसित करने और उनके रखरखाव के लिए पाकिस्तान पश्चिमी देशों पर निर्भर है.मर्सेडीज,पोर्श जैसी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों और बोश जैसी भारी मशीनरी बनाने वाली कंपनियों के मुख्यालय वाले जर्मन राज्य ने चीन की तरफ से उच्च तकनीक हासिल करने की कोशिशों को लेकर आगाह किया है.
Posted By: Utpal kant