चुनाव की तैयारी करें, भ्रष्ट ताकतें देश का भविष्य तय नहीं कर सकती, राष्ट्र के नाम इमरान का संबोधन
Imran Khan News: इससे पहले उन्होंने अपने संबोधन में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के लिए पाकिस्तान की जनता को बधाई दी. कहा कि डिप्टी स्पीकर ने सत्ता परिवर्तन के प्रयासों को खारिज कर दिया.
इस्लामाबाद: इमरान खान (Imran Khan) ने अविश्वास प्रस्ताव से पहले नेशनल असेंबली को भंग करवाकर अपना आखिरी दांव चल दिया. इसके बाद इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित किया. राष्ट्र को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि चुनाव की तैयारी करें. कोई भी भ्रष्ट ताकत देश का भविष्य तय नहीं कर सकती.
पाकिस्तान में शुरू हो जायेगी चुनाव की प्रक्रिया
उन्होंने कहा कि जब नेशनल असेंबली भंग हो जायेगी, तो अगले चुनाव और कार्यवाहक सरकार की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. इससे पहले उन्होंने अपने संबोधन में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के लिए पाकिस्तान की जनता को बधाई दी. कहा कि डिप्टी स्पीकर ने सत्ता परिवर्तन के प्रयासों को खारिज कर दिया.
पाकिस्तान को अस्थिर करने की विदेशी साजिश नाकाम
इसके साथ ही पाकिस्तान की सरकार को अस्थिर करने की विदेशी साजिश नाकाम हो गयी है. इमरान खान ने कहा कि चुनाव होना चाहिए, ताकि पाकिस्तान की जनता खुद तय कर सके कि वह किसकी सरकार चाहती है. उधर, सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 58 के तहत नेशनल असेंबली को भंग करने की सिफारिश प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति से की है. 90 दिन में चुनाव होंगे.
Also Read: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भंग, इमरान खान का मास्टर स्ट्रोक या अपने पैर पर मारी कुल्हाड़ी!
इमरान ने खेला मास्टर स्ट्रोक
बता दें कि विपक्षी दलों से चौतरफा घिरे इमरान खान ने अपना मास्टर स्ट्रोक खेला और नेशनल असेंबली को भंग करवा दिया. राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को सलाह दी है कि वे ‘असेंबलीज’ को भंग कर दें. दूसरी तरफ, नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खानसूरी ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लाये गये विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया. उन्होंने इस प्रस्ताव को संविधान के अनुच्छेद 5 के खिलाफ बताते हुए इसे खारिज किया.
इमरान खान ने किया था ‘नये पाकिस्तान’ का वादा
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में जब इमरान खान ने सत्ता संभाली थी, तो जनता से वादा किया था कि वह ‘नया पाकिस्तान’ गढ़ेंगे. लेकिन, अपना कार्यकाल पूरा करने से डेढ़ साल पहले ही पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर का करियर नाजुक मोड़ पर पहुंच गया. संसद में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने बहुमत खो दिया. विपक्ष ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया, तो उन्होंने संसद को ही भंग करवा दिया.
Posted By: Mithilesh Jha