डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ( Donald Trump Administration) ने H-1B वीजा (H1b Visa) के कुछ नियमों में ढील देने की घोषणा की है जिससे कुछ लोगों को राहत पहुंच सकती है. इस फैसले से इन वीजा धारकों को अमेरिका में एंट्री मिल जाएगी. खास तौर से इससे उन लोगों को फायदा मिलेगा जो वीजा प्रतिबंध की वजह से नौकरी छोड़कर अपने देश लौट गये थे. यदि वो उन्हीं नौकरियों में वापस आने की इच्छा रखते हैं तो इस छूट का लाभ उन्हें दिया जाएगा.
इस संबंध में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के सलाहकार ने कहा कि इनमें प्राइमरी वीजाधारक की पत्नी और बच्चों को भी उनके साथ यात्रा की अनुमति मिलेगी. जो भी आवेदक अमेरिका में अपनी पहले की कंपनी में नौकरी की इच्छा व्यक्त करेगा उसे एच-1बी वीजा की कुछ शर्तों में राहत की वजह से फायदा मिल सकता है. आगे उन्होंने कहा कि प्रशासन ने तकनीकी विशेषज्ञों, वरिष्ठ-स्तरीय प्रबंधकों और अन्य कर्मियों को भी यात्रा की अनुमति देने का काम किया है, जिनके पास एच -1 बी वीजा है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी घोषणा: यदि आपको याद हो तो 22 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल के लिए H1-B वीजा निलंबित करने की का ऐलान किया था जिसकी आलोचना हो रही. ट्रंप की इस घोषण से भारत समेत दुनिया के आईटी प्रोफेशनल को बडा झटका लगा था. हालांकि, इसके बाद अमेरिकी प्रशासन ने वीजा प्रतिबंध को वैकल्पिक बना दिया है, जिससे एच -1 बी वीजा धारकों को कुछ शर्तों पर अमेरिका में प्रवेश करने की अनुमति मिल रही थी.
क्या है एच1 बी 1 वीजा : बता दें कि एच-1बी संयुक्त राज्य अमरीका में एक गैर-आप्रवासी वीजा है. यह अमेरिकी नियोक्ताओं को विशेषतापूर्ण व्यवसायों में अस्थायी तौर पर विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति देता है. एच-1बी कार्य-प्राधिकरण सख्ती से केवल प्रायोजक नियोक्ता द्वारा नौकरी तक ही सीमित होता है.
इन्हे मिलेगा फायदा : ट्रंप प्रशासन ने उन वीज़ा धारकों को भी यात्रा की अनुमति प्रदान की है जो कोविड-19 महामारी के प्रभावों को कम करने में जुटे हुए हैं. खास तौर पर लोगों के स्वास्थ्य और हेल्थकेयर प्रोफेशनल के तौर पर जो कार्यरत हैं. आपको बता दें कि अमेरिका में कोरोना संकट से हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं. ऐसे में अमेरिकी सरकार ने एच-1 बी वीजा को लेकर बड़ा फैसला करने का काम किया है.
Posted By : Amitabh Kumar