इजराइल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच बीते 11 दिनों से चल रही लड़ाई में सीजफायर (Israel-Hamas Ceasefire) हो गया है. इस लड़ाई में किसको कितना नुक्सान हुआ इससे इतर इजराइल और हमास इसे अपनी अपनी जीत बता रहे हैं. लड़ाई खत्म होने अगले दिन यानी शनिवार को हमास के लड़ाके पहली बार सड़कों पर उतरे. सभी लड़ाके पूरी वर्दी में थे. उनके साथ हमास का शीर्ष नेता याहया सिनवार (Yahya Sinwar) भी सार्वजनिक हुआ. संघर्ष विराम के बाद इजराइल और हमास दोनों जीत के दावे कर रहे हैं. जीत का जश्न मनाते सैकड़ों हमास के लड़ाकों ने परेड निकाली.
11 दिन चला खूनी खेलः अक्सा मस्जिद विवाद के बाद इजराइल और हमास में जो खूनी खेल शुरू हुआ वो पूरे 11 दिन तक चला. इन 11 दिनों में हमास की ओर से करीब 4 हजार मिसाइल दागी गई, तो इसके जबाव में इजराइल ने जमकर हवाई हमले किए और गोले बरसाये. हमास की अधिकतर मिसाइलों को इजराइल की प्रतिरक्षा प्रणाली आयरन डोम ने बेकार कर दिया. अगर सभी मिसाइलें इजराइल पर गिरती तो कहीं ज्यादा नुक्सान होता.
सैकड़ों लोगों की गई जानः इस लड़ाई में दोनों ओर से नागरिकों की जान गई है. इसमें बहुत ज्यादा नुक्सान फिलिस्तीन को उठाना पड़ा है. दोनों ओर से 250 से ज्यादा लोग मारे गये, जिसमें अधिकतर फिलिस्तीन के लोग थे. वहीं, गाजा शहर में दर्जनों इमारत इजराइल के हमलों से ध्वस्त हो गये. कई शहरों में इमारतों के मलबे और कंक्रीट के जोड़ विखरे पड़े हैं.
पूरी दुनिया ने जताई खुशीः दोनों देशों के बीच हुए सीजफायर से पूरी दुनिया में खुशी की लहर है. अमेरिका ने सीजफायर का स्वागत करते हुए कहा है कि, आगे भी इजराइल का समर्थन जारी रहेगा. गौरतलब है कि, अरब देशों को साथ-साथ पूरी दुनिया के देश लड़ाई रोकने की अपील कर रहे थे. इसमें मिस्र की भूमिका सबसे सराहनीय रही. बता दें, इससे पहले 2014 में दोनों के बीच भी भीषण युद्ध हुआ था. बीते चार दशक में यह चौथी बार है जब दोनों देश के बीच युद्ध हुआ है.
Posted by: Pritish Sahay