US Elections 2024: चुनावी बहस के लिए हूं तैयार, ट्रंप के लिए योजना बना रही हूं- कमला हैरिस

अमेरिकी उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद की नई उम्मीदवार कमला हैरिस ने कहा है कि वह राष्ट्रपति चुनाव में बहस करने के लिए तैयार हैं और डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनाव के लिए योजना बना रही है.

By Prerna Kumari | July 26, 2024 9:16 AM
an image

US Elections 2024: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने गुरुवार को कहा है कि वह डोनाल्ड ट्रंप से चुनावी बहस करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने खुद को ट्रंप के सामने एक बड़ी चुनौती बताई है और ट्रंप पर आरोप लगाया है कि 10 सितंबर को होने वाली बहस से डोनाल्ड ट्रंप पीछे हटना चाहते हैं. कमला हैरिस अब तक इंडियाना और टेक्सास के साथ ज्वाइंट बेस एंड्रयूज की यात्रा कर चुकी हैं. उन्होंने जॉइंट बेस में कहा है कि- ‘मैं सभी मतदाताओं का सम्मान करती हूं, और मुझे पता है कि सभी मतदाता चुनावी बहस को स्क्रीन पर देखने के लिए उत्सुक हैं, जिसके लिए मैं पूरी तरह से तैयार हूं और योजना भी बना रही हूं.

यह भी पढ़ें Kargil Vijay Diwas 2024: 29 आतंकवादियों को अकेले मार गिरानेवाले सूबेदार रामरतन महतो की आंखों में दिखती है कारगिल विजय की चमक

पिछली चुनावी बहस में बाइडेन और ट्रंप थे आमने-सामने

10 सितंबर को होने वाली यह बहस उन दोनों बहसों में से एक है जो राष्ट्रपति जो बाइडेन और ट्रंप के बीच होने वाली थी. पहले यह 27 जून को हुई, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन आमने-सामने थे. जो बाइडेन के खराब प्रदर्शन के बाद बाइडेन ने हाल ही में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से खुद को पीछे खींच लिया है और अपने उत्तराधिकारी के रूप में कमला हैरिस को समर्थन दिया है. वही ट्रंप ने कहा है कि वह बहस को फॉक्स न्यूज पर स्थानांतरित करना पसंद करेंगे जो पहले CNN द्वारा आयोजित की गई थी. ट्रंप ने यह भी कहा है कि वह हैरिस से एक से अधिक बार सामना करने को भी तैयार हैं.

भारतीय-अमेरिकी कर रहे हैं बाइडेन के फैसले का स्वागत

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 2024 में होने वाले राष्ट्रपति पद की चुनाव से अपना पैर पीछे खींच लिया है. उनकी इस फैसले के साथ ही अमेरिका में राजनीतिक उथल-पुथल मचा हुआ है. बाइडेन के प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से इस्तीफा की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ भारतीय-अमेरिकियों ने जो बाइडेन के इस फैसले का स्वागत किया है. भारतीय-अमेरिकियों ने कहा है कि यह जो बाइडे के लिए यह एक कठिन फैसला रहा होगा, लेकिन अमेरिका को विश्व पटल पर सर्वोच्च बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था. भारतीय-अमेरिकी लोगों का कहना है कि जिस प्रकार एक सैनिक युद्ध के मैदान में अपना योगदान देता है वैसे ही बाइडेन ने भी अमेरिका को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए अपना अंतिम योगदान दिया है.

यह भी देखें

Exit mobile version