पीएम मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज की द्विपक्षीय वार्ता की खास बातें यहां पढ़ें

प्रधानमंत्री मोदी यूरोप के तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में सोमवार को सुबह जर्मनी पहुंचे. अपनी यात्रा के दौरान मोदी डेनमार्क और फ्रांस भी जायेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2022 6:35 PM

बर्लिन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज से सोमवार को मुलाकात की, जिसमें दोनों नेताओं के बीच सामरिक, क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर विचारों का आदान प्रदान होने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री मोदी यूरोप के तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में सोमवार को सुबह जर्मनी पहुंचे. अपनी यात्रा के दौरान मोदी डेनमार्क और फ्रांस भी जायेंगे. प्रधानमंत्री मोदी की यूरोप यात्रा यूक्रेन संकट के बीच हो रही है, जिसको लेकर रूस के खिलाफ लगभग पूरा यूरोप एकजुट है.

जर्मन चांसलर से पीएम मोदी ने की बात

बर्लिन पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने चांसलर कार्यालय (चांसलरी) के प्रांगण में सलामी गारद का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने चांसलर ओलाफ शॉल्ज के साथ बातचीत की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘भारत-जर्मनी सहयोग का विस्तार. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चांसलर ओलाफ शॉल्ज ने बर्लिन में मुलाकात की.’ प्रधानमंत्री मोदी की जर्मनी चांसलर शॉल्ज से यह पहली मुलाकात है, जिन्होंने दिसंबर 2021 में पदभार ग्रहण किया है.

सरकारी विचार विमर्श कार्यक्रम

इससे पहले दोनों नेताओं की पिछले वर्ष जी20 बैठक में मुलाकात हुई थी, तब शॉल्ज वाइस चांसलर और वित्त मंत्री थे. मोदी और ओलाफ छठे भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विचार विमर्श (आईजीसी) कार्यक्रम की सह अध्यक्षता करेंगे. आईजीसी की शुरुआत 2011 में हुई थी. यह एक विशिष्ट द्विवार्षिक तंत्र है, जो दोनों देशों की सरकारों को व्यापक द्विपक्षीय मुद्दों पर समन्वय की मंजूरी देता है. इस कार्यक्रम में दोनों देशों के कई मंत्री भी हिस्सा लेंगे.

एस जयशंकर का ट्वीट: भारत-जर्मनी के बीच हुए कई समझौते

  1. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया: विदेश मंत्री बेयरबॉक के साथ अच्छी बातचीत हुई. हमने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. यूक्रेन संघर्ष तथा हिंद प्रशांत क्षेत्र के विषय पर चर्चा की. दोनों विदेश कार्यालयों के बीच सीधे विशिष्ट रूप में संपर्क को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर किये.

  2. विदेश मंत्री ने कहा कि अंतर सरकारी विचार विमर्श (आईजीसी) के पूर्ण सत्र में हिस्सा लेंगे. जयशंकर ने जर्मनी की आर्थिक सहयोग एवं विकास मंत्री स्वेंजा शुल्ज से भी मुलाकात की तथा जलवायु परिवर्तन, टिकाऊ एवं विश्वसनीय आपूर्ति शृंखला, तीसरे देश के साथ गठजोड़ तथा रूस-यूक्रेन संघर्ष के आर्थिक प्रभावों के बारे में चर्चा की.

  3. जर्मनी की आर्थिक सहयोग एवं विकास मंत्री स्वेंजा शुल्ज से मुलाकात की. जलवायु परिवर्तन, टिकाऊ एवं विश्वसनीय आपूर्ति शृंखला, तीसरे देश के साथ गठजोड़ तथा रूस-यूक्रेन संघर्ष के आर्थिक प्रभावों के बारे में चर्चा की. त्रिकोणीय विकास सहयोग एवं नवीकरणीय ऊर्जा गठजोड़ संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किये. जर्मनी, यूरोप में भारत का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार 21 अरब डॉलर से अधिक है.

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