बूचा नरसंहार पर रूस के खिलाफ फैलाया जा रहा खोखला दुष्प्रचार, भारत में रूस के राजदूत ने कहा
भारत में रूस के राजदूत ने कहा कि बूचा में जो जघन्य अपराध हुआ है, वह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी अपराधों की याद दिलाता है. यही वजह है कि भारत, रूस और विश्व के अन्य देशों ने इसकी घोर निंदा की है.
नयी दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत में रूस के राजदूत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि रूस के खिलाफ जोर-शोर से दुष्प्रचार किया जा रहा है. रूस के खिलाफ खोखले दुष्प्रचार किये जा रहे हैं. रूस ने कहा है कि यूक्रेन के बूचा में कथित तौर पर जिस नरसंहार (Bucha Massacre) की बात की जा रही है, उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. लेकिन, सवाल है कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कैसे की जायेगी.
भारत में रूस के राजदूत ने वृहस्पतिवार को कहा कि बूचा में जो जघन्य अपराध हुआ है, वह द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) के दौरान नाजी अपराधों की याद दिलाता है. यही वजह है कि भारत, रूस और विश्व के अन्य देशों ने इसकी घोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि रूस इस अपमानजनक युद्ध अपराध में शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती वास्तव में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करना है.
रूसी दूतावास ने कहा कि अफसोस की बात है कि मॉस्को के खिलाफ अब तक बड़े पैमाने पर खोखले आरोप लगाये गये हैं, जबकि इस बात के पक्के सबूत हैं कि वास्तव में एक सनकी ने झूठा ऑपरेशन चलाया है, जिसे कीव ने ही अंजाम दिया था. उन्होंने कहा कि जब हम न्याय चाहते हैं, तो इस सबूत को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.
बता दें कि यूक्रेन के बूचा शहर में बड़े पैमाने पर लोगों के नरसंहार का मामला सामने आया है, जिसमें कहा जा रहा है कि एक बड़े से कब्र में लोगों को दफना दिया गया. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आरोप लगाये हैं कि महिलाओं का उनके बच्चों के सामने बलात्कार किया गया. उनको मार डाला गया. बड़े पैमाने पर लोगों को रूसी सैनिकों ने टैंक के नीचे रौंद दिया. इसके बाद से पश्चिमी देशों ने रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार से बाहर करने की मांग कर दी है. इस पर आज वोटिंग भी होनी है.
Posted By: Mithilesh Jha