लाहौर : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब भारत की मिसाल देकर अपने ही देश को कोसने लगे हैं. वहीं, आर्थिक विकास के मामले में चीन से पाकिस्तान की तुलना भी करते दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने लाहौर में टेक्नोपोलिस परियोजना के उद्घाटन के मौके पर इशारे ही इशारे में पाकिस्तान की पूर्ववर्ती सरकारों को कोसते हुए कहा कि हम इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के मामले में हिंदुस्तान से काफी पीछे रह गए हैं. इस क्षेत्र में दुनिया जिस तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है, उसे हम हासिल कर सकते थे, लेकिन हम काफी पीछे रह गए.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत का हवाला देते हुए कहा कि हमारा पड़ोसी देश आज से 15-20 साल पहले इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आया और आज उसका विदेशी निर्यात 150 अरब डॉलर का है, जबकि 70 फीसदी सुधार होने के बावजूद पाकिस्तान का निर्यात केवल 2 अरब डॉलर तक ही सीमित है.
उन्होंने कहा कि दुनिया तकनीक के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रही है. वहीं, इस मामले में हम काफी पीछे हैं. देश का निर्यात बढ़ाने के लिए हमें आयात में इजाफा करना होगा. कोरोना के दौरान जब दूसरी कंपनियां घाटे में चल रही थीं, तब इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनियों का राजस्व दोगुना हो रहा था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए आदर्श स्थितियां हैं. पाकिस्तान की 220 मिलियन की आबादी में 60 फीसदी से अधिक लोग 30 साल से कम उम्र के हैं और हम तेजी से विकास कर सकते हैं.
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उन्होंने चीन के आर्थिक विकास का हवाला देते हुए कहा कि आज से 40 साल पहले हमारा पड़ोसी देश चीन कहां था और आज कहां है? चीन ने आर्थिक विकास के लिए दो अहम काम किए. पहला यह कि उसने योजनाओं से भ्रष्टाचार को समाप्त कर दिया और दूसरा यह कि 40 साल के दौरान उसने 70 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला. उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के लिए धन की जरूरत है.