कुर्सी बचाने के लिए इमरान खान ने ‘नो बॉल’ पर मारा छक्का! नेशनल असेंबली का सत्र 28 मार्च तक के लिए स्थगित

विश्लेषकों की मानें तो इमरान खान की भी यही चाहते थे, क्योंकि वे अपनी सरकार को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा समय चाहते थे. सदन की कार्यवाही स्थगित करने से उन्हें सोमवार तक का समय मिल गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2022 2:31 PM

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी फिलहाल बच गई है. अपनी कुर्सी बचाने के लिए राजनीति की पिच पर नो बॉल को अपने तिकड़मी बल्ले से उन्होंने ऐसे टच कर दिया कि बॉल हवा में लहराते हुए फिलहाल बाउंड्री के पार छक्का चली गई है. दरअसल, पाकिस्तान में बेकाबू महंगाई को लेकर संयुक्त विपक्ष की ओर से इमरान खान के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज शुक्रवार को मतदान होना था, लेकिन एक सांसद की मौत की वजह से नेशनल असेंबली की कार्यवाही सोमवार 28 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई. अब अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान 28 मार्च को होगा.

सांसद की मौत की वजह से संसद सत्र स्थगित

मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए एक बड़ा दांव खेल दिया है. नेशनल असेंबली की कार्यवाही 28 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है. नेशनल असेंबली के स्पीकर ने सदन को बताया कि एक सांसद की मौत हो गई है, जिसकी वजह से संसद की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित की जाती है. वहीं, विश्लेषकों की मानें तो इमरान खान की भी यही चाहते थे, क्योंकि वे अपनी सरकार को बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा समय चाहते थे. सदन की कार्यवाही स्थगित करने से उन्हें सोमवार तक का समय मिल गया है.

अब बागियों को मनाने में जुटेंगे इमरान

जिओ न्‍यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब इमरान खान के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव को अब सोमवार को संसद के पटल पर रखा जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि नेशनल असेंबली में इमरान खान अल्‍पमत में नजर आ रहे थे और उनके कई सांसद विपक्ष की बेंच पर बैठे नजर आए. यही वजह थी कि इमरान के सांसदों के चेहरे लटके हुए थे. इमरान खान की अब यही कोशिश है कि अगले दो दिनों में किसी तरह से अपने सहयोगी दलों और बागी सांसदों को मना लिया जाए.

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विपक्षी दलों ने सत्र स्थगन का किया विरोध

विश्लेषकों की मानें तो इमरान खान की बागी सांसदों और सहयोगियों को मनाने की कोशिश सफल नहीं होगी. सत्र स्‍थगित करने के फैसले का विपक्ष ने विरोध किया, लेकिन स्‍पीकर को मिले संवैधनिक अधिकारों की वजह से अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. हालांकि, इमरान खान के मंत्री दावा कर रहे हैं कि 24 बागी सांसदों में से कई को फिर से वापस लाया जा चुका है. हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. नेशनल असेंबली के स्‍पीकर पर यह दबाव बनाया जा रहा है कि वे इस अविश्‍वास प्रस्‍ताव को एक महीने तक के लिए टाल दें.

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