भारत-चीन के बीच तनाव बेहद बुरे दौर में, ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा अमेरिका समझौता कराने को तैयार
india china news, rajnath singh, us president donald trump : भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गंभीर स्थिति में पहुंच गई है. उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच जल्द यह विवाद सुलझनी चाहिए.
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गंभीर स्थिति में पहुंच गई है. उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच जल्द यह विवाद सुलझनी चाहिए.
समाचा एजेंसी एएनआई के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन का विवाद काफी गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी है. ऐसे में अगर जल्द सुलह नहीं हुआ तो हालात भयावह हो सकते हैं. ट्रंप ने कहा कि मैं इस मामले में दोनों के बीच सुलह कराने के लिए तैयार हूं.
पीएम मोदी मेरे दोस्त- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत के पीएम मेरे अच्छे दोस्त हैं. ट्रंप ने कहा कि वे चीन से सीमा विवाद सुलझाने में बहुत ही अच्छे से काम कर रहे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान पर न तो चीन और न ही भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने आई है.
वहीं सीमा पर विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगही के बीच शुक्रवार को दो घंटे से अधिक समय तक बैठक हुई जिसमें पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को कम करने पर ध्यान केन्द्रित रहा. पूर्वी लद्दाख में मई में सीमा पर हुए तनाव के बाद से दोनों ओर से यह पहली उच्च स्तरीय आमने सामने की बैठक थी.
इससे पहले, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल गतिरोध दूर करने के लिए चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ टेलीफोन पर बातचीत कर चुके हैं. सूत्रों ने बताया कि वार्ता के दौरान सिंह ने पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति को बनाए रखने और सैनिकों को तेजी से हटाने पर जोर दिया.
राजनाथ सिंह के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही के बीच मॉस्को में बैठक समाप्त हुई. यह बैठक दो घंटे 20 मिनट तक चली.’ सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने चीनी सेना के पैंगोंग झील के दक्षिण तट में यथास्थिति बदलने के नए प्रयासों पर कड़ी आपत्ति जताई और वार्ता के माध्यम से गतिरोध के समाधान पर जोर दिया.
Posted By : Avinish kumar mishra