India China : चीन को छोड़कर भारत में आने की तैयारी में 24 मोबाइल कंपनियां, 10 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार !
india china news, 24 mobile company, iphone and samsung share price : कोरोना वायरस महामारी पर दुनिया से झूठ बोलना चीन को अब भारी पड़ने वाला है. दरअसल, दुनिया भर की गिरती अर्थव्यवस्था के बीच 24 मोबाइल कंपनियों ने चीन से अपना बाजार समेटने की तैयारी में है. इन बाजार कंपनियों में तकरीबन 10 लाख लोग नौकरी कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि चीन से आने वाली सभी कंपनी अपना बाजार भारत में शुरू कर सकती है.
कोरोना वायरस महामारी पर दुनिया से झूठ बोलना चीन को अब भारी पड़ने वाला है. दरअसल, दुनिया भर की गिरती अर्थव्यवस्था के बीच 24 मोबाइल कंपनियों ने चीन से अपना बाजार समेटने की तैयारी में है. इन बाजार कंपनियों में तकरीबन 10 लाख लोग नौकरी कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि चीन से आने वाली सभी कंपनी अपना बाजार भारत में शुरू कर सकती है.
मिंट की रिपोर्ट के अनुसार चीन में कम कर रही मोबाइल कंपनी एपल, सैमसंग और इंक जैसी कंपनियां चीन से बाजार समेटने की तैयारी में है. ये कंपनी भारत आने की तैयारी में है. बताया जा रहा है कि इन कंपनियों के भारत आने से तकरीबन 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा.
अमेरिका-चीन में चल रहा ट्रेड वार- बता दें कि अमेरिका और चीन में ट्रेड वार शुरू हो गया है. अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार का फायदा भारत को मिल सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि हांगकांग को लेकर अमेरिका ने संकेत दिया है कि वो मौजूदा 3.3 फीसदी की ड्यूटी को बढ़ाकर 7.5 फीसदी कर सकता है . अब अमेरिका के इस कदम से ऐसे में हांगकांग और चीन स्थित जेम्स एंड जूलरी कंपनियों के लिए बड़ी परेशानी हो जायेगी, पर इस मौके का लाभ भारत को मिलेगा.
चीन के इन कंपनियों पर भी गिरेगी गाज– भारत और चीन सीमा पर तनाव के बीच केंद्र सरकार चीन पर एक और स्ट्राइक करने की तैयारी कर रही है. 59 चाइनिज़ ऐप को बैन करने के बाद सरकार अब चीनी कंपनियों से सांठगांठ कर भारत में कार्य कर रहे एप को भी बैन करने की तैयारी कर रही है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसको लेकर प्लान भी तैयार कर लिया है.
22 कंपनियों ने दिया प्रस्ताव- समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार देश में 22 विदेशी कंपनी ने प्रस्ताव दिया है. केंद्रीय दूरसंचार और सूचना तकनीक मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि देश में आगामी पांच साल के दौरान करीब 11 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल हैंडसेट का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए सैमसंग, लावा, डिक्सन और एप्पल की खातिर काम करने वाली देसी-विदेशी करीब 22 कंपनियों ने सरकार के सामने प्रस्ताव पेश किए हैं. उन्होंने कहा कि कंपनियों की इस पहल से देश में करीब 12 लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
Posted By : Avinish kumar Mishra