लद्दाख बॉर्डर पर भारतीय सैनिकों के खिलाफ तैनात हो रहे रोबोट, कड़ाके की ठंड से चीनी सैनिक परेशान
India China News: लद्दाख बॉर्डर पर भारतीय सैनिकों के खिलाफ चीन अब रोबोट तैनात कर रहा है. यह रोबोट मशीनगन से लैंस हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक कड़ाके की ठंड से परेशान थे, जिसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
India China News: भारत और चीन के बीच पिछले 1 साल से भी अधिक समय से आमने सामने हैं. सीमा पर तनाव बना हुआ है. इस दौरान चीन की करतूतों की वजह से तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं, चीन अब सीमा पर रोबोट तैनात कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीन ने अब मशीन गन से लैंस रोबोट को सीमा पर तैनात करने का फैसला किया है. चीन सीमा पर अपनी शक्ति बढ़ा रहा है इसके लिए हथियारों की सप्लाई शुरू कर दी है. मशीनगन के साथ रोबोट तिब्बत की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड के बीच गश्त कर रहे हैं. ऐसी भी खबर आ रही है कि चीन ने अपने सैनिकों को सर्दी से बचाने के लिए यह कदम उठाया है. इससे सीमा पर मुस्तैदी भी बढ़ जाएगी.
जानकारी के अनुसार चीनी सैनिक कड़ाके की ठंड से परेशान हैं. शार्प क्लॉ नाम के इस रोबोट को वायरलेस तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है. यह एक हल्की मशीनगन से लैस है. वहीं, हथियारों के सप्लाई के लिए मानव रहित डिलीवरी ट्रक का इस्तेमाल किया जा रहा है. चीन MUL-200 मानव रहित डिलीवरी ट्रक के जरिए सैनिकों को बंदूकें उपलब्ध करा रहा है. हालांकि कई रिपोर्ट्स में यह बात सामने आ चुकी है कि कड़ाके की ठंड के समय चीन की सेना को सीमा पर मुस्तैद रहने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसे देखते हुए अब चीन ने रोबोट को सेना के रूप में तैनात करने का फैसला लिया है.
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चीन ने करीब 150 लिंक्स ऑल टेरेन गाड़ियों को सीमा पर भेजा है. लिंक्स को चीनी सैनिक को लाने ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा हॉवित्जर, भारी मशीनगन, मोर्टार और मिसाइल लांचर जैसे कई आर्म सिस्टम को लिंक के जरिए तैनात किया जाता है.
चीन ने फिर भारत को उकसाया: भारत को उकसाने के लिए चीन की एक और करतूत सामने आई है. चीन ने अरुणाचल प्रदेशके 15 क्षेत्रों के नामों को बदल दिया है. इन नामों को चीनी भाषा में रखा गई है. साथ ही इन क्षेत्रों पर अपना अधिकार बताया है. यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी चीन ने अरुणाप्रदेश के कई जगहों का नाम चीनी भाषा के नामों में बदला है. 2017 में चीन ने 6 जगहों पर अपना अधिकार जमाते हुए इनके नामों को बदल दिया था. इस बार जिन जगहों के नाम बदले गए हैं. उनमें 8 आवासीय क्षेत्र, चार पहाड़ी इलाकें दो नदियों के अलावा एक पहाड़ी दर्रा शामिल है.