अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने सऊदी के क्राउन प्रिंस से और भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अपने समकक्षों से सऊदी अरब में मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों तथा भारत और दुनिया के साथ जुड़े हुए समृद्ध एवं अधिक सुरक्षित पश्चिम एशिया के साझा दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के मुद्दे पर बातचीत की. व्हाइट हाउस ने बताया कि बैठक रविवार को जेद्दा में हुई.
व्हाइट हाउस ने रविवार को बैठक का ब्योरा बताते हुए कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भारत एवं दुनिया के साथ जुड़े हुए समृद्ध एवं अधिक सुरक्षित पश्चिम एशिया के साझा दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के मद्देनजर सऊदी अरब में सात मई को सऊदी के प्रधानमंत्री और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शेख तहनून बिन जायद अल नहयान और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की.
व्हाइट हाउस ने कहा, सुलिवन ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों पर चर्चा करने के लिए क्राउन प्रिंस, शेख तहनून और डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं. वह इस महीने के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर डोभाल के साथ और विचार विमर्श करने के लिए आशान्वित हैं. जनवरी में यहां महत्वाकांक्षी ‘इंडिया यूएस आईसीईटी (इनीशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी)’ संवाद शुरू करने के बाद डोभाल और सुलिवन के बीच यह पहली बैठक है. सुलिवन फिलहाल सऊदी अरब की यात्रा पर हैं.
क्राउन प्रिंस मोहम्मद के साथ बैठक के दौरान सुलिवन ने यमन में 15 महीने से जारी संघर्ष विराम में महत्वपूर्ण प्रगति की समीक्षा की और कई मुद्दों समेत युद्ध को खत्म करने में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जारी प्रयासों की सराहना की. व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘सुलिवन ने सूडान से अमेरिकी नागरिकों को निकालने में सऊदी अरब के सहयोग के लिए क्राउन प्रिंस को धन्यवाद दिया. चारों प्रतिनिधि नियमित रूप से विचार विमर्श करते रहने और दिन भर हुई चर्चा में शामिल मुद्दों पर आगे की कार्रवाई करने पर सहमत हुए.
सरकारी सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने जेक सुलिवन और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच जेद्दा में बैठक की पुष्टि की. सरकारी समाचार एजेंसी की खबर में बताया गया है कि दोनों नेताओं ने बैठक में साझा हित से जुड़े क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विकास सहित सऊदी-अमेरिकी ‘‘रणनीतिक संबंधों’’ तथा विभिन्न क्षेत्रों में उन्हें कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर चर्चा की. एसपीए ने बताया कि इसके अलावा क्राउन प्रिंस ने अबु धाबी के उप शासक शेख तहनून और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल के साथ अलग-अलग बैठक की जिसमें सुलिवन और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने भी हिस्सा लिया.
एसपीए की खबर के अनुसार, बैठक में संबंधित देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई, जिससे कि क्षेत्र के विकास और स्थिरता में वृद्धि हो. इस बीच समाचार संस्था ‘एक्जियोस’, जिसका मुख्यालय वर्जीनिया में है, की खबर के अनुसार अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खाड़ी और अरब देशों को रेलवे के एक नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने के लिए एक संभावित प्रमुख संयुक्त बुनियादी ढांचा परियोजना पर चर्चा करने वाले हैं जो क्षेत्र में बंदरगाहों से शिपिंग लेन के माध्यम से भारत से भी जुड़ा होगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह परियोजना उन प्रमुख पहलों में से एक है जिसे अमेरिका पश्चिम एशिया में आगे बढ़ाना चाहता है क्योंकि इस क्षेत्र में चीन का प्रभाव बढ़ रहा है. पश्चिम एशिया में चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) उसके इसी दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा 2013 में शुरू की गई परियोजना बीआरआई विकास और निवेश पहलों की परियोजना है, जिसमें भौतिक बुनियादी ढांचे के माध्यम से पूर्वी एशिया और यूरोप को जोड़ने की योजना बनाई गई है, जिससे दुनिया भर में चीन के आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव में काफी वृद्धि हुई है. एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा था कि यह परियोजना इस यात्रा के दौरान चर्चा वाले कई विषयों में से एक होगी.