इस देश में लोगों को रोटी के लिए चुकानी पड़ रही बड़ी कीमत, भारत ने गेहूं निर्यात पर लगाया प्रतिबंध

भोजनालय संचालनक ने बताया कि रेस्टोरेंट को भारत से गेहूं के आटे के लिए पांच सिंगापुर डॉलर (3.48 अमेरिकी डॉलर) प्रति किलो का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब दुबई से आने वाला आटा 15 सिंगापुर डॉलर (10.45 अमेरिकी डॉलर) प्रति किलो है.

By Agency | September 28, 2022 8:11 AM
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भारत में गेहूं निर्यात पर मई से प्रतिबंध लागू होने का असर सिंगापुर के भोजनालयों में दिखाई दे रहा है. मंगलवार को प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि खासतौर से रोटी पसंद करने वाले पंजाबी समुदाय को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है. सुपरमार्केट श्रृंखला फेयरप्राइस ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में मांग बढ़ने के कारण गेहूं के आटे की आपूर्ति कम रही है. भारत में गेहूं और आटे के निर्यात पर प्रतिबंध के कारण ये स्थिति हो सकती है.

रिपोर्ट में हुआ खुलासा

द स्ट्रेट्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार फेयरप्राइस के आपूर्तिकर्ता अब श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अमेरिका जैसे विभिन्न देशों से गेहूं का आटा मंगवा रहे हैं. यहां के एक प्रमुख भोजनालय शकुंतला के प्रबंध निदेशक मथवन आदि बालकृष्णन ने कहा, (गेहूं) आटे की कमी हमारे व्यापार को बुरी तरह प्रभावित करेगी. हम अपने ग्राहकों पर लागत का पूरा बोझ नहीं डाल सकते. हमें कीमतों को कम रखने की कोशिश करनी होगी.

जानें क्या कहते हैं आकंड़े

भोजनालय संचालनक ने बताया कि रेस्टोरेंट को भारत से गेहूं के आटे के लिए पांच सिंगापुर डॉलर (3.48 अमेरिकी डॉलर) प्रति किलो का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब दुबई से आने वाला आटा 15 सिंगापुर डॉलर (10.45 अमेरिकी डॉलर) प्रति किलो है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार सिंगापुर सालाना 2-2.5 लाख टन गेहूं और 1-1.2 लाख टन गेहूं के आटे का आयात करता है. द बिजनेस टाइम्स ने बताया कि 2020 में सिंगापुर ने कुल गेहूं के आटे में 5.8 प्रतिशत भारत से आयात किया गया था.

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13 मई को भारत ने गेहूं निर्यात पर लगाया था प्रतिबंध

भारत ने घरेलू बाजार में कीमतों को काबू में रखने के लिए 13 मई को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद अगस्त में गेहूं का आटा, मैदा और सूजी के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया. विदेश में भारतीय गेहूं की बेहतर मांग के कारण 2021-22 में भारत का गेहूं निर्यात 70 लाख टन के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया. इसका मूल्य 2.05 अरब डॉलर था. पिछले वित्त वर्ष में कुल गेहूं निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत बांग्लादेश को निर्यात किया गया था.

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