अमेरिका के लिए भारत ‘नंबर वन’ प्राथमिकता, वीजा के लिए नहीं करना पड़ेगा अब लंबा इंतजार
Washington: भारत के बारे में बात करते हुए यूएस ने बताया कि- भारत उनके लिए नंबर वन प्रायोरिटी है. यूएस वीजा ऑफिशियल्स की माने तो COVID महामारी के बाद देश भर में वीजा प्रसंस्करण में लगभग 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
US-India Visa: भारत के बारे में बात करते हुए US वीजा ऑफिशियल्स ने बताया कि- COVID महामारी के बाद देश भर में वीजा प्रसंस्करण में लगभग 36 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है. एन डायस्पोरा स्टडीज द्वारा आयोजित एक मीडिया इंटरेक्शन को संबोधित करते हुए, वाणिज्य दूतावास मामलों के ब्यूरो में वीज़ा सेवाओं के उप सहायक सचिव जूली स्टफट ने बताया- भारत नंबर वन प्राथमिकता है जिसका हम अभी सामना कर रहे हैं. इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. भारत में कोई भी वीजा अपॉइंटमेंट या वीजा के लिए इंतजार करना पड़ता है, यह निश्चित रूप से हमारा आदर्श नहीं है. आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि- इस साल अभी तक हमने COVID महामारी से पहले की तुलना में करीबन 36 प्रतिशत ज्यादा वीजा मुहैय्या कराये हैं और यह आंकड़े प्रोग्रेस के तौर पर काफी ज्यादा है.
इसी साल होगी प्रोग्राम की शुरुआत
जूली स्टफट ने आगे घोषणा करते हुए कहा कि- इसी साल, अमेरिका एच-1 और एल-1 सहित वीजा नवीनीकरण के लिए अमेरिका के भीतर घरेलू स्तर पर वीजा स्टैंपिंग कार्यक्रम शुरू करेगा. डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के प्रतिनिधि ने संवाददाताओं को बताया कि पायलट आधार पर कुछ श्रेणियों में घरेलू वीजा के पुन: सत्यापन में तेजी लाने की पहल की जा रही है. केवल यही नहीं उन्होंने आगे बताया कि- यह पहली बार होगी कि हम आवेदनों के लिए कॉल करने में सक्षम होंगे. इस प्रोग्राम की शुरुआत गर्मी के मौसम तक कर दी जाएगी और हम इसे कर्मचारी स्थिति में लोगों के लिए करने जा रहे हैं.
कठिनाइयों पर भी की बात
यह स्वीकार करते हुए कि कठिनाइयां अभी भी अनुभव की जा रही हैं, अधिकारियों ने कहा कि- विभाग कुछ अस्थायी कर्मचारियों, छात्रों और शैक्षणिक विनिमय आगंतुकों के लिए अपनी साक्षात्कार छूट प्रक्रिया का भी विस्तार कर रहा है. ऑफिशियल ने आगे जोड़ते हुए कहा कि-सभी गैर-आगंतुक समय या छात्र-वीजा में बहुत कम प्रतीक्षा समय होता है और यह वास्तव में महत्वपूर्ण है. हमारे H-1B और F छात्रों का प्रतीक्षा समय लगभग छह महीने पहले ही अधिक था और इसलिए हमने प्रतीक्षा समय कम कर दिया. आप्रवासन और राष्ट्रीयता अधिनियम के तहत H-1B वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विशेष व्यवसायों में विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति देता है जिनके लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरुरत होती है.
भारत-यूएस के बीच रिश्ता
भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में बात करते हुए, भारत के लिए उप सहायक सचिव, नैन्सी जैक्सन ने कहा कि- लोगों से लोगों का संबंध अमेरिका और भारत के बीच सबसे महत्वपूर्ण संबंध है. जैक्सन ने आगे बताते हुए कहा कि- जैसा कि मैं रिश्ते को देखता हूं, यह मुझे प्रभावित करता है कि हमारे दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों का संबंध वास्तव में दुनिया में सबसे अधिक परिणामी संबंधों में से एक है. हम इसे पर्याप्त रूप से रेखांकित नहीं कर सकते हैं और इसलिए दृश्य प्रतीक्षा समय को संबोधित करना महत्वपूर्ण है जिसका हम सामना कर रहे हैं. न केवल इन लोगों से लोगों के संबंधों को बनाए रखने के लिए बल्कि, उस स्थान में विस्तार करने के लिए और इसी वजह से, यह मुद्दा सर्वोच्च प्राथमिकता बना हुआ है.