चीन को दूरसंचार क्षेत्र में भी पछाड़ने की तैयारी, 5जी टेक्नोलॉजी पर इन दो देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है भारत

इस्राइल और अमेरिका ने विकास वाले क्षेत्रों तथा अगली पीढ़ी की उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत के साथ मिलकर आपसी सहयोग से काम करना शुरू कर दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2020 8:35 AM
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वाशिंगटन : इस्राइल और अमेरिका ने विकास वाले क्षेत्रों तथा अगली पीढ़ी की उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत के साथ मिलकर आपसी सहयोग से काम करना शुरू कर दिया है. एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि तीनों देश 5जी संचार नेटवर्क पर भी मिलकर काम कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि तीनों देश एक पारदर्शी, खुले, विश्वसनीय और सुरक्षित 5जी संचार नेटवर्क पर काम कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन साल पहले जुलाई, 2017 की इस्राइल यात्रा के दौरान लोगों-से-लोगों के संपर्क पर सहमति बनी थी. विकास वाले और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में त्रिपक्षीय पहल इसी का हिस्सा है. अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएआइडी) की उप-प्रशासक बोनी ग्लिक ने कहा, 5जी में आपसी सहयोग तो बड़े कदमों की दिशा में सिर्फ पहला कदम है. ग्लिक ने कहा, हम विज्ञान तथा रिसर्च एंड डेवलपमेंट और अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों में मिलकर काम कर रहे हैं. इस भागीदारी के जरिये हम आधिकारिक तौर पर इन संबंधों की पुष्टि कर रहे हैं.

4जी से 20 गुना तेज होगा 5जी : दूरसंचार के क्षेत्र में 5जी सेवा अगली पीढ़ी की एक सेल्युलर तकनीक है, जिसके माध्यम से तेज और अधिक विश्वसनीय संचार संभव है. एक सरकारी पैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, 5जी के साथ डाटा नेटवर्क स्पीड 20 जीबी प्रति सेकेंड तक होने की उम्मीद है. यह तो तय है कि यह 4जी से तेज होगा, लेकिन कितना यह कई बातों पर निर्भर करता है. दुनिया की प्रसिद्ध चिपमेकर क्वालकॉम के मुताबिक, एक प्रदर्शन के दौरान 5जी में डाउनलोड स्पीड 4.5 जीबी प्रति सेकेंड थी. हालांकि औसत स्पीड 1.4 जीबी प्रति सेकेंड डाउनलोड की मानी जा रही है. यानी कि यह मौजूदा 4जी से करीब 20 गुना अधिक तेज होगा.

बहुत बड़ा होगा आर्थिक प्रभाव : सरकारी पैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार 5जी से 2035 तक भारत में एक लाख करोड़ डाॅलर का आर्थिक प्रभाव पैदा हो सकता है. साथ ही एरिक्सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 5जी के कारण 2026 तक 27 अरब डॉलर से अधिक के राजस्व की संभावना है. इसके अलावा वैश्विक दूरसंचार उद्योग जीएसएमए का अनुमान है कि भारत में 2025 तक सात करोड़ 5जी कनेक्शन होंगे.

डिजिटल लीडरशिप एंड इनोवेशन पर काम : इससे पहले ग्लिक ने अमेरिका-भारत-इस्राइल के बीच वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम दुनिया की विकास से जुड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए इन भागीदारों के साथ काम कर काफी रोमांचित हैं. ग्लिक ने कहा, जिस एक क्षेत्र में हम सहयोग कर रहे हैं वह है डिजिटल लीडरशिप तथा इनोवेशन.

Post by : Pritish Sahay

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