Loading election data...

Indian American Congressman: भारत पर भड़के अमेरिकी सांसद ने कहा, चीनी आक्रमण के समय हम साथ थे, पुतिन नहीं

Indian American Congressman: भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा है कि भारत को यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा अब जरूरी करनी चाहिए. अमेरिकी सांसद ने साथ ही कहा भारत को रूस या चीन से तेल भी नहीं खरीदना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2022 8:27 PM
an image

Indian American Congressman: भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा है कि भारत को यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा अब जरूरी करनी चाहिए. अमेरिकी सांसद ने साथ ही कहा भारत को रूस या चीन से तेल भी नहीं खरीदना चाहिए. रो खन्ना का कहना है, अब समय आ गया है कि भारत इस बारे में निर्णय करे कि वो किस की ओर रहना चाहता है. बता दें कि अमेरिका हमेशा से भारत पर इस बात का दबाव बनाता रहा है कि वह रूस की आलोचना करे.

यूक्रेन संकट भारत करता रहा है शांति की अपील

दरअसल, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से अमेरिका को उम्मीद थी कि अंतरराष्ट्रीय मंचों में भारत रूस के खिलाफ रहेगा. हालांकि, भारत ने इस मामले में अभी तक सधा हुआ रुख अपनाया है और यूक्रेन संकट पर रूस को सीधे कुछ बोलने के बजाए भारत की ओर से शांति की अपील की जाती रही है. इस बीच, फॉक्स न्यूज से एक इंटरव्यू के दौरान भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने सख्त लहजे में कहा कि मैं भारत को लेकर स्पष्ट हूं और मुझे लगता है कि भारत को अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन की निंदा करनी चाहिए. भारत को रूस या चीन से तेल भी नहीं लेना चाहिए. पुतिन को अलग-थलग करने के लिए दुनिया को एकजुट करना चाहिए.

चीन को नियंत्रित करने के लिए अमेरिका को भारत की जरूरत

हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में रो खन्ना भारत-अमेरिका कॉकस के उपाध्यक्ष भी हैं. ये कॉकस भारत अमेरिका रिश्तों को लेकर नीति निर्धारण में मदद करता है. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि भारत को सबसे पहले संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए पुतिन की निंदा करनी चाहिए. वहीं, चीन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब चीन ने भारत पर आक्रमकता दिखाई तब अमेरिका उनके साथ खड़ा था. पुतिन वहां नहीं थे. ये समय भारत के लिए अमेरिका से हथियार खरीदने का है, रूस से नहीं. हमें ये देखना होगा कि इस प्रक्रिया को कैसे आसान बनाया जा सकता है. हमें चीन को नियंत्रित करने के लिए एक सहयोगी के रूप में भारत की जरूरत है.

Also Read: Pakistan News: इमरान खान की बढ़ीं परेशानी, पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश, 31 मार्च को फैसला

Exit mobile version