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NSF के निदेशक बनाए जाएंगे भारतीय मूल के अमेरिकी डॉ पंचनाथन, सीनेट लगायी नियुक्ति पर मुहर

अमेरिकी सीनेट ने भारतीय मूल के मशहूर अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ सेतुरमन पंचनाथन की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के गैर-चिकित्सा क्षेत्र में मौलिक अनुसंधान को सहयोग पहुंचाने वाले शीर्ष अमेरिकी संगठन राष्ट्रीय विज्ञान न्यास (एनएसएफ) के निदेशक के रूप में नियुक्ति पर मुहर लगायी है. एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के 58 वर्षीय वैज्ञानिक पंचनाथन की अगुआई करेंगे. एनएसएफ शीर्ष अमेरिकी विज्ञान वित्तपोषण निकाय है, जिसका वार्षिक बजट 7.4 अरब डॉलर बजट है.

वाशिंगटन : अमेरिकी सीनेट ने भारतीय मूल के मशहूर अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ सेतुरमन पंचनाथन की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के गैर-चिकित्सा क्षेत्र में मौलिक अनुसंधान को सहयोग पहुंचाने वाले शीर्ष अमेरिकी संगठन राष्ट्रीय विज्ञान न्यास (एनएसएफ) के निदेशक के रूप में नियुक्ति पर मुहर लगायी है. एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के 58 वर्षीय वैज्ञानिक पंचनाथन की अगुआई करेंगे. एनएसएफ शीर्ष अमेरिकी विज्ञान वित्तपोषण निकाय है, जिसका वार्षिक बजट 7.4 अरब डॉलर बजट है.

अपने दोस्तों एवं परिवार के बीच ‘पंच’ नाम से चर्चित सेतुरमन एक ऐसे बदलावकारी नेता समझे जाते हैं, जिनके मानव केंद्रित प्रयास से वैश्विक स्तर पर सकारात्मक बदलाव आए हैं. शुक्रवार को तीक्ष्ण राजनीतिक विभाजन के बावजूद अमेरिकी सीनेट ने सर्वसम्मति से उनकी नियुक्ति की पुष्टि की, जो वर्तमान कांग्रेस में एक दुर्लभ घटना है. यह शीर्ष वैज्ञानिक के रूप में उनकी लोकप्रियता का भी परिचायक है. वाकई, उनके नामांकन प्रक्रिया को सीनेट ने तेजी से कार्रवाई की है.

डॉ पंचनाथन फ्रांस कोरडोवा की जगह लेंगे, जिनका एनएसएफ के 15वें निदेशक के रूप में 6 साल का कार्यकाल मार्च में समाप्त हो गया है. उम्मीद की जा रही है कि वह 6 जुलाई को पदभार ग्रहण करेंगे. पंचनाथन की वेबसाइट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘मेरा निजी मिशन ऐसे जीवन-बदलावकारी नवोन्मेषों से मानवता को प्ररेणा देना, सशक्त बनाना और उसकी सेवा करना है, जिनमें इस बात में बदलाव लाने की क्षमता है कि हम वैश्विक स्तर पर कैसे विभिन्न क्षमताओं को देखते हैं. वह इस प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पद के लिए नामित होने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी हैं. पहला सुब्रा सुरेश थे, जिन्होंने अक्टूबर 2010 से मार्च 2013 तक अपनी सेवा दी.

गौरतलब है कि डॉ सेतुरमन पंचनाथन को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते साल के दिसंबर महीने में ही एनएसएफ के निदेशक के रूप में चयनित किया था. दरअसल, डॉ सेतुरमन पंचनाथन ने 1986 में आईआईटी मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की थी और फिर 1989 में ओटावा विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग से पीएचडी की थी.

इसके बाद पंचनाथन 1997 तक ओटावा में एक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रहे और विश्वविद्यालय के दृश्य कंप्यूटिंग और संचार प्रयोगशाला की स्थापना की. 1997 में ही एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (एएसयू) में शामिल हुए और 2006 में स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एंड इन्फॉर्मेटिक्स के संस्थापक निदेशक बने. 2014 में पंचनाथन को राष्ट्रीय विज्ञान बोर्ड (एनएसबी) में रणनीतिक समिति का अध्यक्ष बनाया गया था.

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उन्होंने नवाचार और उद्यमिता पर राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में भी कार्य किया. पंचनाथन एसोसिएशन ऑफ रिसर्च ऑन पब्लिक एंड लैंड ग्रांट यूनिवर्सिटीज के चेयरमैन और ग्लोबल फेडरेशन ऑफ कंपिटीटिव काउंसिल्स के डग डौसी के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था. फिलहाल, वे एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य अनुसंधान एवं नवोन्मेष अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे हैं. वे इसी यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर कॉग्निटिव यूबिकिट्स कंप्यूटिंग के संस्थापक निदेशक भी हैं.

Posted By : Vishwat Sen

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