इजरायली हमले के बीच गंभीर बीमार हुए ईरान के सोर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई 

Israeli attack: रुहोल्लाह खुमैनी की मौत के बाद साल 1989 से अयातुल्ला अली खामेनेई ईरान के सर्वोच्च नेता के रूप में कार्यरत हैं.

By Aman Kumar Pandey | October 27, 2024 2:06 PM
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Israeli attack: इंतकाम और बदले की आग में जल रहे इजरायल ने बीते 25 अक्टूबर की रात को ईरान की राजधानी तेहरान और उसके कई शहरों पर खूब बम बरसाए. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) की सरकार ने 100 से अधिक लडाकू जहाजों को ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला करने लिए रवाना किया. इस इजरायली हमलों से जूझ रहे ईरान के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई (Iran’s Supreme Leader Ayatollah Ali Khamenei) के बारे में यह जानकारी सामने निकल कर आ रही है कि वह गंभीर रूप से बीमार हैं. इसके चलते अयातुल्ला अली खामेनेई के सामने इस समय अपना उत्तराधिकारी घोषित करने की चुनौती आ खड़ी हुई है.

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द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट की माने तो अयातुल्ला अली खामेनेई के दूसरे सबसे बड़े बेटे मोजतबा खामेनेई (55) के उत्तराधिकारी बनने की संभावना जताई जा रही है. खामेनेई की सेहत बहुत खराब गंभीर बताई जा रही है. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (Islamic Revolutionary Guards Corps) भी इस बात पर विचार कर रहा है कि अयातुल्ला अली खामेनेई का अगला उत्तराधिकारी कौन होगा.

रुहोल्लाह खुमैनी की मौत के बाद साल 1989 से अयातुल्ला अली खामेनेई ईरान के सर्वोच्च नेता के रूप में कार्यरत हैं. पिछले साल एक हेलीकॉप्टर की हवाई दुर्घटना में तत्कालिन ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद से ही उत्तराधिकार को लेकर चिंताएं थीं. इजरायल ने ईरान के साथ-साथ इराक और सीरिया में हवाई हमला किया है. इसके चलते ईरान की दुविधा बढ़ गई है. ईरान के सहयोगी देश अब खुद अपनी रक्षा में जुटा है. इसके अलावा अर्थव्यवस्था भी दिन पर दिन बिगड़ती चली जा रही है. इन सब समस्याओं के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की बीमारी ने मुस्लिम देश की चिंता और बैचेनी बढ़ा दी है.

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इजरायली हमलो पर ईरान ने क्या बोला?

ईरान की सेना ने शनिवार 26 अक्टूबर की रात को एक सावधानीपूर्वक शब्दों वाला बयान जारी किया. ईरान ने गाजा पट्टी के साथ-साथ लेबनान में भी संघर्ष विराम का सुझाव दिया. ईरान की सेना ने कहा कि इजरायल के खिलाफ किसी भी जवाबी हमला या फिर कार्रवाई से यह बेहतर रास्ता होगा. हालांकि ईरान ने आगे कहा कि उसरे पास जवाबी हमला करने का अधिकार है. 

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