ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों का दौर जारी, जानिए महिला तीरंदाज का VIDEO क्यों हो रहा वायरल
Anti Hijab Protest: ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन के बीच एक ईरानी एथलीट तीरंदाज परमीदा घासेमी का वीडियो सुर्खियां बटोर रहा है. वीडिया वायरल होने के बाद लोग अब उनकी साहस की सराहना कर रहे हैं.
Anti Hijab Protest: ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन अब भी जारी है. इस बीच, एक ईरानी एथलीट तीरंदाज परमीदा घासेमी का एक वीडियो सुर्खियां बटोर रहा है. दरअसल, ईरानी पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने ट्विटर पर उस घटना का वीडियो शेयर किया है, जिसमें घासेमी मंच पर अपना दुपट्टा उतारती हुई दिखाई दे रही है. वीडिया वायरल होने के बाद लोग अब उनकी साहस की सराहना कर रहे हैं.
अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए था विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला
बता दें कि ईरान में हिजाब प्रदर्शन को लेकर धर्माचार पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय युवती महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला अब दुनिया भर में रफ्तरा पकड़ रहा है. इसी बीच, तीरंदाज परमीदा घासेमी का एक वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. वायरल वीडियो में एथलीट परमीदा घासेमी पुरस्कार समारोह के दौरान अधिकारियों के सामने अपना हिजाब हटाती दिख रही हैं. जिसपर इस्लामिक रिपब्लिक के नेता अली खामेनेई ने कहा कि हिजाब रखना महिला एथलीटों के लिए पदक जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि ईरानी शासन के लिए एक और अपमान है.
Leader of Islamic Republic, Ali Khamenei said: keeping hijab is more important than winning medals for female athletes.
Parmida Ghassemi, a prolific athlete, removes her hijab in front of officials during the award ceremony.
Another humiliation for the Iranian regime.#MahsaAmini pic.twitter.com/hTFfPTK2hI— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) November 11, 2022
हिजाब विरोध प्रदर्शनों का किया जा रहा स्वागत
इससे पहले महसा अमिनी को पुलिस ने 17 सितंबर को ठीक से हिजाब नहीं पहनने के लिए गिरफ्तार किया था. उसकी मौत ने सितंबर के मध्य से इस्लामी गणतंत्र को अराजकता के भंवर में डाल दिया है. शुरू में जो विरोध के रूप में सामने आया, वह राष्ट्र में एक विद्रोह में बदल गया. क्योंकि, लोग ऐसे प्रतिगामी नियमों पर सवाल उठाते हैं जो संस्कृति में सामान्य हो जाते हैं और अक्सर महिलाओं के अधिकारों को नुकसान पहुंचाते हैं. 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से देश में सबसे बड़े विरोध प्रदर्शनों में से एक के रूप में स्वागत किया जा रहा है. हालांकि, राज्य द्वारा क्रूर कार्रवाई पर अंतरराष्ट्रीय चिंताएं बढ़ गई हैं. वहीं, बताया जा रहा है कि ईरानी अधिकारियों द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद लोग अडिग है.
Also Read: अफगानिस्तान में महिलाओं पर एक और पाबंदी, पार्क और जिम जाने पर तालिबानी शासन ने लगाया प्रतिबंध