यरूशलम : क्या इस्राइल के चुनाव में नेतन्याहू की होगी बड़ी जीत ? इसका दावा खुद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने किया है. दरअसल कई एग्जिट पोल में दावा किया गया था कि उनकी दक्षिणपंथी लिकुद पार्टी अपनी मुख्य प्रतिद्वंद्वी मध्यमार्गी ब्लू ऐंड व्हाइट पार्टी से कहीं आगे चल रही है. इसके बाद नेतन्याहू का बयान सामने आया है.
आपको बता दें कि नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं, लेकिन चुनाव से मिले संकेत बता रहे थे कि उनका समर्थक आधार कायम है. नेतन्याहू ने ट्वीट किया कि परिणाम ‘‘इस्राइल के लिए एक बड़ी जीत हैं”. तीन टेलीविजन नेटवर्कों की ओर से जारी एग्जिट पोल में दावा किया गया था कि लिकुद और उसके सहयोगियों को 60 सीटें मिलेंगी.
इस्राइल में 12 महीने में तीसरी बार मतदान: सांसत से निकलने और राजनीतिक करियर को बचाने की प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कोशिश के बीच राजनीतिक संकट से त्रस्त इस्राइल के लोगों ने 12 महीने में तीसरी बार मतदान किया. चुनाव में किसी को भी बहुमत मिलने की संभावना कम ही नजर आ रही है, ऐसे में सरकार कई पार्टियों के गठबंधन से ही बन पाएगी. इससे पहले पिछले वर्ष अप्रैल और सितंबर में चुनाव हुए थे लेकिन किसी को भी बहुमत नहीं मिला था और इस बार भी गतिरोध कायम रह सकता है.
बेंजामिन नेतन्याहू के बारे में जानें: बेंजामिन नेतन्याहू इजराइल के प्रधानमंत्री हैं जो लिकुड पार्टी के अध्यक्ष पद पर भी आसीन हैं. नेतन्याहू साल 2009 से इजराइल के प्रधानमंत्री हैं. इससे पहले की बात करें तो वे 1996 से 1999 तक इजराइल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. नेतन्याहू इजरायल के इतिहास में सबसे लंबे समय तक पीएम बने रहने वाले नेता हैं.