Israel-Hamas War : हमास नेता इस्माइल हनियेह के मारे जाने के बाद से ईरान नाराज है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और उनके समर्थित फिलिस्तीनी मिलिशिया के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को हनियेह और उनके अंगरक्षक के जनाजे के पास खड़े होकर नमाज-ए-जनाजा पढ़ी, दोनों एक हवाई हमले में मारे गए थे जिसका आरोप इजराइल पर लगाया गया. इस हमले के बाद युद्ध के और बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई है.
अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान विश्वविद्यालय में हनियेह के जनाजे के पास खड़े होकर नमाज-ए-जनाजा पढ़ी, वहीं ईरान के नये राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान उनके बगल में खड़े नजर आए. बाद में सरकारी टेलीविजन ने हनियेह और उनके अंगरक्षक के ताबूतों को एक ट्रक में रखकर तेहरान में आजादी चौक की ओर ले जाते हुए दिखाया. वहां मौजूद लोगों ने उन पर फूल बरसाये. तेहरान में नमाज-ए-जनाजा पढ़े जाने के बाद, हनियेह के शव को शुक्रवार को यानी आज दफनाने के लिए कतर ले जाया जाएगा.
तस्वीरों में क्या दिखा?
बताया जा रहा है कि इस्माइल हनियेह राजधानी तेहरान में पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे. एसोसिएटेड प्रेस की तस्वीरों में हमास नेता को फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आतंकी ग्रुप और हिजबुल्लाह के नेताओं के साथ बैठे हुए दिखाया गया. यही नहीं ईरानी मीडिया ने हनियेह और पेजेश्कियान को गले मिलते हुए दिखाया. हनियेह ने पहले खामेनेई से मुलाकात की थी. इसके कुछ घंटों बाद, हनियेह एयर स्टाइक में मारा गया. हमले में हनियेह का तेहरान में स्थित आवास पूरी तरह से ध्वस्त हो गया.
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इजराइल ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल पर हमास के हमले के लिए हनियेह और अन्य हमास नेताओं को मारने की कसम खाई थी. इसके बाद गाजा में युद्ध की शुरुआत हुई. यह हमला इजराइल द्वारा लेबनान की राजधानी बेरूत में ईरान के सहयोगी हिजबुल्लाह के एक शीर्ष कमांडर को निशाना बनाने के कुछ ही घंटे बाद हुआ. ईरान हमास के साथ-साथ हिजबुल्लाह और गाजा में इजराइल से लड़ने वाले अन्य फिलिस्तीनी उग्रवादी समूहों का समर्थन करता है.