Israel-Iran war: बीते कुछ दिनों में इजरायल ने ईरान पर लगातार हमले किए हैं. इजरायल के एक हमले में हमास के प्रमुख स्माइल हानियां की हत्या के बाद ईरान ने इजरायल से बदला लेने की ठान ली है. अब ईरान ने इजरायल को खुली धमकी दी है. उधर अमेरिकी सरकार ने हालात की गंभीरता को समझते हुए मिडिल ईस्ट में अपनी सेना उतारना शुरू कर दिया है. अमेरिका यह जानता है कि ईरान जल्द ही हानिया के हमले का बदला लेगा. समाचार एजेंसी आईएएनएस ने अमेरिकी मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी दी है कि ईरान ने युद्ध की तैयारी शुरू कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के पेंटागन ने घोषणा की है कि लड़ाकू विमान का एक बड़ा बेड़ा मिडल ईस्ट में तैयार किया जाए जिससे कभी भी युद्ध-सामग्रियों की सप्लाई में रुकावट ना आए.
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इजरायल के समर्थन में तैयार है अमेरिका
इस्माइल हानिया के हमले के बाद ईरान बौखला उठा है. वह कभी भी इजरायल पर हमला कर सकता है उधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस से ऐलान किया है कि वह पूरी तरह से इजरायल का साथ देंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि हिज्बुल्लाह से लड़ने में भी अमेरिका पीछे नहीं हटेगा. अमेरिका ने यूएस अब्राहम लिंकन एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को मिडल ईस्ट में तैनात करने का आदेश जारी करते हुए कहा है कि ओमान की खाड़ी में इसे तैनात किया जाए. ईरान की तरफ से हमला होने पर इस जगह से सीधे कंट्रोल किया जा सकता है. अमेरिका के रक्षा सचिव ऑस्टिन ने बताया है कि बैलिस्टिक मिसाइल की एक बड़ी संख्या के साथ-साथ क्रूजर और डिस्ट्रॉयर को भी मध्य एशियाई देशों में भेजा जाएगा.
अमेरिका निभा रहा है वादा
माना जा रहा है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतेन्याहू ने अमेरिका का दौरा किया था, उसी दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल की मदद करने का वादा किया था. अमेरिका अपने उसी वादे को पूरा करने के लिए अपने सैनिकों और युद्ध में प्रयोग होने वाले हथियारों को मिडल ईस्ट में उतार रहा है. जो बाइडेन ने बैठक करके सुरक्षा के लिए तैनात मिसाइल और ड्रोन की जानकारी ली है. इससे पहले भी युद्ध में अमेरिका ने इजरायल का साथ दिया था. अमेरिकी हथियारों ने ईरान के कई मिसाइल को रास्ते में ही खत्म कर दिया था.
भारत भी कर रहा है तैयारी
भारतीय दूतावास ने भी इजरायल में रह रहे सभी भारतीयों को सलाह दी है कि वह सतर्क रहें और स्थानीय प्रशासन की ओर से जारी किए गए सभी सुझाव और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें. इजरायल और ईरान के बीच युद्ध की आशंका बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए भारत सरकार ने भी वहां रह रहे भारतीयों की मदद करने के लिए कई सुरक्षा नियमों पर विचार विमर्श किया है.
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