Israel Iran War: ईरान द्वारा इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के बाद मिडिल ईस्ट में हालात और गंभीर हो सकते हैं. इजरायल ने ईरान को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है. खबरों के मुताबिक, अमेरिका भी इजरायल का समर्थन कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को खत्म करने के लिए युद्धविराम की अपील की है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, व्हाइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को अमेरिकी सेना को इजरायल की सहायता करने के निर्देश दिए हैं और ईरान की मिसाइलों को मार गिराने के लिए भी कदम उठाए हैं.
राष्ट्रपति बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने ईरान के मिसाइल हमलों के मद्देनजर इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिकी तैयारियों की समीक्षा की. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने बताया कि ईरान ने इजरायल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं. अमेरिकी सेना ने इस हमले के जवाब में इजरायल के रक्षा बलों के साथ सहयोग किया. अभी तक किसी भी मौत की खबर नहीं है और इजरायल की विमान या सैन्य संपत्तियों को नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है.सुलिवन ने कहा कि अमेरिका ईरान और उसके समर्थकों की ओर से होने वाले संभावित खतरों पर निगरानी रखेगा, विशेष रूप से अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.
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ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइलें दागीं, जिसके चलते इजरायली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी, जबकि ईरान में इन हमलों का जश्न मनाया गया. हमले से जुड़ी क्षति की पूरी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है, हालांकि इजरायल का कहना है कि उसने कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया है. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उनका रक्षा तंत्र इजरायल की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत कर रहा है.
ईरान के अर्द्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड ने दावा किया कि उनकी 90% मिसाइलें अपने लक्ष्यों पर सटीकता से लगीं. ईरानी सरकारी टेलीविजन पर दिखाए गए बयान में कहा गया कि ईरानी मिसाइलों ने इजरायल के वायु और रडार ठिकानों को निशाना बनाया, जहां हमास और हिजबुल्ला के वरिष्ठ पदाधिकारियों की हत्या की योजना बन रही थी. ईरान ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उसे आत्मरक्षा का अधिकार है. ईरान के विभिन्न शहरों में लोगों ने इजरायल पर मिसाइल हमले का जश्न मनाया, जिसका प्रसारण सरकारी टेलीविजन पर किया गया. सरकारी मीडिया पर लंबे समय से कट्टरपंथियों का नियंत्रण रहा है, जो इस तरह के हमलों का समर्थन करते हैं.
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UNSC ने बुलाई आपात बैठक
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने फ्रांस और इजरायल के अनुरोध पर बुधवार को एक आपात बैठक बुलाई है. इजरायल के संयुक्त राष्ट्र राजदूत, डैनी डैनन, ने परिषद को पत्र लिखकर ईरान के हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने ईरान पर इजरायल को तबाह करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए, सुरक्षा परिषद से ईरान की निंदा करने और उसके इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को आतंकवादी संगठन घोषित करने की अपील की है.