Italy-China Relations: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी शनिवार से चीनी दौरे पर हैं. मेलोनी के इस यात्रा से चीन और इटली के बीच के संबंधों को फिर से सुधरता हुआ देखा जा सकता है. रविवार को मेलोनी ने चीन के प्रधानमंत्री ली कीआंग के साथ बैठक की. उन्होंने इस बैठक में चीन के साथ तीन नए प्लान पर दस्तखत किए हैं. बताया जा रहा है कि मेलोनी चीन के साथ संबंधों को फिर से सुधारने की कोशिश कर रही हैं. इटली और चीन के बीच जिस प्लान पर दस्तखत हुए हैं उसमें इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, और रिन्यूएबल जैसे इंडस्ट्रियल सेक्टर शामिल है. चीनी प्रधानमंत्री के साथ बैठक में मेलोनी ने कहा है कि हमें बहुत काम करना है, और मुझे विश्वास है कि यह काम सिर्फ वैश्विक स्तर पर नहीं बल्कि बहुपक्षीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण है.
यह भी पढ़ें झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को मिली सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, ईडी की याचिका खारिज
चीन-इटली के मजबूत हो रहे हैं संबंध
जॉर्जिया मेलोनी ने रविवार को इटली-चीन बिजनेस फोरम में भी हिस्सा लिया. इसमें टायर कंपनी पिरैली, एनर्जी ग्रुप इएनआई, डिफेंस ग्रुप लियोनार्डो, वाइन प्रोड्यूसर समेत कई इटालियन कंपनियों को भी आमंत्रित किया गया था. मेलोनी ने कहा है कि यह हमारे रिस्ते को दिखाता है. वहीं चीनी प्रधानमंत्री ने कहा है कि इटली और चीन को विन-विन मेंटालिटी अपनानी चाहिए और व्यापार और निवेश में एक दूसरे का सहयोग बढ़ाना चाहिए जिस रिश्ते और भी ज्यादा मजबूत हो सकते हैं.
क्या चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट का हिस्सा हो सकता है इटली?
2019 में चीन के रोड एंड बेल्ट इनीशिएटिव (बीआरआई) में इटली शामिल हुआ था. तब इटली G7 का एकमात्र ऐसा देश था जो इस प्रोजेक्ट का हिस्सा था. इटली के इस प्रोजेक्ट में शामिल होने से चीन बहुत ही खुश था लेकिन अमेरिकी और पश्चिमी देशों के दबाव के कारण इटली 2023 में इससे बाहर हो गया था. मेलोनी की सरकार ने कहा था कि इससे इटली को कोई फायदा नहीं हुआ है. चीनी मीडिया का कहना है कि मेलोनी की इस यात्रा पर बीआरआई पर भी बात हो सकती है, परंतु मुख्य मुद्दा आपसी गलतफहमियों को दूर कर आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना है. इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी शनिवार को चीन पहुंची थीं. आज जॉर्जिया मेलोनी की राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात होगी इसके बाद वह चीन की सरकार में तीसरे नंबर पर माने जाने वाले लेजी के साथ बैठक करेंगी.
यह भी देखें