बाइडेन की ताजपोशी आज, इराक से ज्यादा सैनिक वाशिंगटन में तैनात
दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र अमेरिका एक नये इतिहास में प्रवेश करने का जा रहा है. मंगलवार को जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति के पद की शपथ लेंगे. साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी, जो इस पद पर आनेवाली पहली महिला होंगी.
दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र अमेरिका एक नये इतिहास में प्रवेश करने का जा रहा है. मंगलवार को जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति के पद की शपथ लेंगे. साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी, जो इस पद पर आनेवाली पहली महिला होंगी. इस ऐतिहासिक वक्त के लिए अमेरिका में तैयारियां जारी हैं. वाशिंगटन डीसी में लॉकडाउन है और अधिकतर सड़कों को बंद कर दिया है, ताकि सुरक्षा की दृष्टि से कोई परेशानी ना हो. शपथ ग्रहण समारोह में हिंसा की आशंका के मद्देनजर हजारों सैनिक वाशिंगटन में तैनात हैं.
भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे शपथ लेंगे बाइडेन व हैरिस : नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडेन व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भारतीय समय के अनुसार मंगलवार रात 10.30 बजे शपथ लेंगे. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसी दिन शाम 6:30 बजे विदाई लेंगे.
लोगों की उपस्थिति दर्शाने के लिए लगे दो लाख झंडे : अमेरिका के नेशनल मॉल में दो लाख से अधिक अमेरिकी झंडे लगाये गये हैं दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह काफी बड़ा होता है जहां हजारों लोग आते हैं लेकिन कोरोना संकट के कारण इसे काफी सीमित किया गया है. इसी भाव को जिंदा रखने के लिए लाखों अमेरिकी झंडे का इस्तेमाल किया गया है.
इराक से ज्यादा सैनिक वाशिंगटन में तैनात : शपथ ग्रहण समारोह के लिए वाशिंगटन सैनिक छावनी जैसी नजर आ रही है. यहां की थलसेना व वायुसेना का आरक्षित संगठन नेशनल गार्ड के अनुसार, अब तक 15000 सैनिक तैनात हो चुके हैं. बुधवार तक यह संख्या 25 हजार कर दी जायेगी.
जुनूनी होना गलत नहीं, पर हिंसा को उचित नहीं ठहराया जा सकता : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने भी उन्हें आईना दिखाने का काम किया है. विदाई भाषण के दौरान मेलानिया ने कहा कि किसी बात के लिए जुनून होना गलत बात नहीं है, लेकिन हिंसा को किसी मायने में सही नहीं ठहराया जा सकता. एक वीडियो मेसेज में उन्होंने कहा कि आप जो भी करते हैं, उसके लिए जुनून रखिए. याद रखें कि हिंसा से कभी जवाब नहीं दिया जा सकता. मेलानिया ने सभी माता-पिता से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों को समझाएं कि उनके लिए सबसे अच्छा क्या है.
बाइडेन को चिट्ठी लिखने के मूड में नहीं हैं ट्रंप, नहीं देंगे बधाई : ट्रंप, जो बाइडेन के लिए चिट्ठी नहीं लिखेंगे. नतीजे आने के बाद से ही ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहे हैं. बताया जाता है कि नतीजों से नाखुश ट्रंप इन परंपराओं का पालन नहीं करना चाहते हैं. इस तरह 32 सालों से चली आ रही इस परंपरा का अंत हो सकता है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी ट्रंप के स्वागत में चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी की शुरुआत राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 1989 में की थी, जब उन्होंने जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश के लिए एक चिट्ठी ओवल ऑफिस में छोड़ी थी.
एक करोड़ 10 लाख प्रवासियों को नागरिकता दे सकते हैं बाइडेन: बाइडेन प्रशासन अपने कार्यकाल के पहले दिन एक आव्रजन (इमीग्रेशन) विधेयक पेश करने की योजना बना रहा है. इस विधेयक में कानूनी दर्जे के बिना देश में रह रहे करीब एक करोड़ 10 लाख प्रवासियों को आठ वर्ष के लिए नागरिकता देने का प्रावधान होगा. यह आव्रजन विधेयक ट्रंप प्रशासन की कड़ी आव्रजन नीतियों के विपरीत होगा. शपथ ग्रहण करने के बाद यह विधेयक पेश किया जा सकता है. इस विधेयक के तहत एक जनवरी 2021 तक अमेरिका में किसी कानूनी दर्जे के बिना रह रहे लोगों की पृष्ठभूमि की जांच की जायेगी.
Posted by: Pritish Sahay