America: खालिस्तानी समर्थकों ने अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास के बाहर किया प्रदर्शन, भारतीय पत्रकार पर हमला
खालिस्तान समर्थक अपनी मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में समर्थकों ने वाशिंगटन स्थित भारतीय पत्रकार ललित झा पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया. इस दौरान समर्थकों ने उन्हें गाली दी और शारीरिक चोट पहुंचाने की कोशिश की.
America: खालिस्तान समर्थक लगातार अमेरिका-ब्रिटेन सहित अन्य देशों में मौजूद भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन कर रहे है. इसी कड़ी में वाशिंगटन स्थित भारतीय पत्रकार ललित झा पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया. इस दौरान समर्थकों ने उन्हें गाली दी और शारीरिक चोट पहुंचाने की कोशिश की. गौरतलब है कि वो भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तान समर्थकों का विरोध-प्रदर्शन को कवर कर रहे थे. इसी दौरान समर्थक उनपर हिंसक हो गये.
खालिस्तान समर्थकों ने की तोड़फोड़: गौरतलब है कि खालिस्तान समर्थक अपनी मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. वाशिंगटन के अलावा खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों का एक समूह ने सैन फ्रांसिस्को में भी भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला कर वहां तोड़फोड़ की थी. उन्होंने खालिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए पुलिस के अस्थायी सुरक्षा अवरोधकों को तोड़ दिया था और वाणिज्य दूतावास परिसर के अंदर दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे. हालांकि वाणिज्य दूतावास के दो कर्मियों ने जल्द ही उन झंडों को हटा दिया था.
भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने दिखाई एकजुटता: अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किए जाने की घटना के बाद भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में वहां एकत्र हुए और उन्होंने वाणिज्य दूतावास के सामने भारत के समर्थन में एक शांति रैली निकाली और तिरंगा लहराया. उन्होंने अलगाववादी सिखों की विनाशकारी गतिविधियों की निंदा की. इस दौरान एक शख्स ने कहा कि तुच्छ तत्वों द्वारा भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला न सिर्फ भारतीय-अमेरिकी बल्कि पूरे विश्व समुदाय को परेशान करने वाला है. हम भारत के साथ अपनी एकजुटता और अपना ठोस समर्थन प्रदर्शित करना चाहते थे.
अलगाववादी सिखों की हिंसक गतिविधियों की निंदा: इस रैली के दौरान स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके. इस दौरान कुछ अलगाववादी सिख भी मौजूद थे, जिन्होंने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, लेकिन भारत का समर्थन कर रहे भारतीय अमेरिकियों की संख्या उनसे कहीं अधिक थी. भारतीय-अमेरिकियों ने ‘वंदे मातरम्’ के नारे लगाए और अमेरिका के साथ भारत का राष्ट्रध्वज लहराया.