तमाम अटकलों को विराम लगाते हुए उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन सैमजियन शहर में नजर आये. दरअसल, वो बीते एक महीने से गायब थे. इसके बाद वो सार्वजनिक रूप से चीन के साथ लगी सीमा के पास एक निर्माण किए जा रहे शहर में दिखे. इस दौरान किम जोंग ने यहां चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया.
निर्माण को बताया दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक: सैमजियन शहर में हो रहे निर्माण का उन्होंने जायजा लिया. इस दौरान किम जोंग ने कहा कि यह विकास परियोजना अंतरराष्ट्रीय अलगाव और दबाव के बावजूद खड़ा किया गया. यह देश की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है. इस दौरान किम जोंग ने निर्माण की प्रगति पर संतोष जताया. उन्होंने इसे सूर्य का पवित्र स्थान करार दिया.
35 दिनों तक गायब रहने के बाद सामने आए किम: पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पेशबता दें, सैमजियोन शहर माउंट पाएक्तू पर्वत के नीचे वाले इलाके में बसा है. यह शहर उत्तर कोरिया की स्थापना से जुड़े एक मिथ क का केंद्र है. यह निर्माण 2020 में ही किमजोंक पूरा कराना चाहता था. लेकिन अपनी परमाणु हथियारों के कारण लगे बैन और कोरोनावायरस महामारी के कारण निर्माण की रफ्तार धीमी हो गई थी. गौरतलब है कि आखिरी बार किम जोंग को 11 अक्टूबर को एक हथियार प्रदर्शनी में देखा गया था. इसके बाद से ही किम लगातार गायब थे.
गौरतलब है कि सैमजियन शहर को एक विशाल आर्थिक केंद्र के रुप में विकसित किया जा रहा है. इस शहर में अधुनिक अपार्टमेंट, होटल, वाणिज्यिक, सांस्कृतिक और चिकित्सा केन्द्र स्थापित होंगी. यह शहर पवित्र पर्वत माउंट पाएक्टू ने निचले इलाके में स्थित है. बताया जा रहा है कि सैमजियन शहर में सारे निर्माण इस साल के अंत तक पूरा किया जा सकता है.
भाषा इनपुट के साथ
Posted by: Pritish Sahay