काठमांडू :नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के राजनीतिक भविष्य पर आज बड़ा फैसला हो सकता है. दरअसल, कई दिनों से जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच आज नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की स्थाई समिति की बैठक है, जिसमें यह फैसला किया जा सकता है कि ओली को पीएम पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए या नहीं. बता दें कि कई दिनों से इस्तीफे की मांग के बाद भी ओली ने पीएम पद से इस्तीफा नहीं दिया है.
द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार आज पूर्व पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड के नेतृत्व में स्थाई समिति की बैठक होगी. इस बैठक में इस्तीफे को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी. बैठक में प्रचंड के अलावा पूर्व पीएम झलानाथ खनल, पूर्व पीएम माधव नेपाल और कम्युनिस्ट पार्टी के उपाध्यक्ष वामनदेव उपस्थित रहे सकते हैं.
संसद सत्र कराया था भंग– इससे पहले, पीएम केपी शर्मा ओली ने नेपाल के संसद सत्र को भंग करना दिया था. ओली ने यह फैसला अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर लिया था. ओली राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मिलकर सत्र भंग करने की बात कही थी, जिसके बाद बीच सत्र को आहुत कर दिया गया. हालांकि एक्सपर्ट का मानना है कि ओली ज्यादा दिनों तक पद पर बने नहीं रह सकते हैं.
चीनी राजदूत ने लगाया एड़ी-चोट का जोर– केपी शर्मा ओली की कुर्सी बचाने के लिए नेपाल में चीन की राजदूत होउ यान्की ने एड़ी चोटी का जोर लगा दी है. ओली की कुर्सी बचाने के लिए यान्की ने प्रचंड सहित कई नेताओं से मुलाकात कर चुकी है, लेकिन अबतक बात नहीं बनी, जिसके बाद माना जा रहा है कि ओली के खिलाफ आज एनसीपी अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है.
क्या है मामला- नेपाल में संयुक्त कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है. पार्टी नेता और सहयोगियों का कहना है कि ओली कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले पार्टी में मंथन नहीं करते हैं, जो कि पार्टी के नियमों के विरूद्ध है. पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि हाल में भारत से सीमा पर उपजे तनाव के लिए भी ओली जिम्मेदार है. वहीं देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को भी रोक पाने में ओली सरकार नाकाम रही, जिसके बाद से ओली के इस्तीफे की मांग की जा रही है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra