पंजाब प्रांत का विधानसभा भंग, राज्यपाल ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री पद के लिए 17 जनवरी तक मांगे नामांकन
राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने पंजाब विधानसभा को भंग करने की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया है. इसके बजाय मैं संविधान और कानून को अपना काम करने दूंगा. ऐसा करने से कोई कानूनी प्रक्रिया बाधित नहीं होगी क्योंकि संविधान स्पष्ट रूप से इस संबंध में आगे की प्रक्रिया के बारे में बताता है.’’
Pakistan: पाकिस्तान में पंजाब के राज्यपाल बालीगुर रहमान द्वारा मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही की सलाह पर हस्ताक्षर करने से इनकार किए जाने के 48 घंटे बाद पंजाब विधानसभा संविधान के अनुसार शनिवार शाम भंग हो गई. इलाही ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की ‘‘इच्छा’’ के अनुसार विधानसभा भंग करने की सलाह बृहस्पतिवार को भेजी थी. राज्यपाल ने इस सलाह पर हस्ताक्षर नहीं किए. इसके बाद संविधान के अनुसार राज्यपाल को सलाह भेजे जाने के 48 घंटे बाद विधानसभा भंग हो गई.
राज्यपाल ने किया ट्वीट
राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने पंजाब विधानसभा को भंग करने की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया है. इसके बजाय मैं संविधान और कानून को अपना काम करने दूंगा. ऐसा करने से कोई कानूनी प्रक्रिया बाधित नहीं होगी क्योंकि संविधान स्पष्ट रूप से इस संबंध में आगे की प्रक्रिया के बारे में बताता है.’’
मुख्यमंत्री की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आमंत्रण शुरू
रहमान ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री इलाही और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हमजा शहबाज (प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे) को आमंत्रित किया है. उन्होंने उनसे 17 जनवरी तक नामांकन दाखिल करने को कहा है. अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायदे आजम (पीएमएल-क्यू) के संयुक्त उम्मीदवार इलाही ने विश्वास मत हासिल करने के कुछ घंटे बाद पंजाब विधानसभा भंग करने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए.
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जानिए क्या कहा इमरान खान ने?
इमरान खान ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा भी कुछ दिनों में भंग कर दी जाएगी. इस कदम का उद्देश्य पाकिस्तान मुस्लिम लीग- एन (पीएमएलएन) की अगुवाई वाली संघीय सरकार को मध्यावधि चुनाव कराने के लिए मजबूर करना है. खान ने कहा कि चुनाव ही देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाल सकते हैं. संघीय सरकार का कहना है कि आम चुनाव अगस्त में सरकार का कार्यकाल पूरा होने पर ही कराया जाएगा.
नवाज शरीफ ने डिजिटल माध्यम से लाहौर में पार्टी की बैठक की अध्यक्षता की
इस बीच, लंदन स्थित पीएमएलएन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ ने शनिवार शाम डिजिटल माध्यम से लाहौर में पार्टी की एक बैठक की अध्यक्षता की. शरीफ नवंबर 2019 से लंदन में हैं. पीएमएलएन के प्रवक्ता एवं संघीय सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा, ‘‘नवाज शरीफ ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पंजाब में चुनाव की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से टिकट देने के लिए संसदीय बोर्ड गठित करने को भी कहा है.’’
सोर्स : भाषा इनपुट