LoC पर संघर्ष विराम समझौता के बाद पीठ में छूरा घोंपने की फिराक में पाकिस्तान, कश्मीर पर इमरान ने किया जहरीला ट्वीट
LoC Ceasefire : इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान वार्ता के जरिए सभी बचे हुए दूसरे मुद्दों का समाधान करने के लिए आगे आने को तैयार है. उन्होंने कहा कि मैं नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम की बहाली का स्वागत करता हूं. आगे की प्रगति के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने का आधार भारत के साथ है.
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नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के लिए भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ समझौता
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सैन्य स्तर पर शांति बहाली के 24 फरवरी की आधी रात से लागू है संघर्ष विराम
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बालाकोट हवाई हमले की दूसरी बरसी पर इमरान खान ने किया जहरीला ट्वीट
LoC Ceasefire : नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ष 2003 के संघर्षविराम की स्थिति पर वापस लौटकर शांति बहाली प्रक्रिया के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने पलटी मार दी है. उन्होंने शनिवार को कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों में आगे बढ़ने के लिए सक्षम वातावरण तैयार करना भारत पर निर्भर करता है. बालाकोट हवाई हमले की दूसरी वर्षगांठ पर इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि भारत को कश्मीरी लोगों के अधिकार को पूरा करने के लिए कदम उठाने चाहिए.
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान वार्ता के जरिए सभी बचे हुए दूसरे मुद्दों का समाधान करने के लिए आगे आने को तैयार है. उन्होंने कहा कि मैं नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम की बहाली का स्वागत करता हूं. आगे की प्रगति के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने का आधार भारत के साथ है. उन्होंने कहा कि भारत को कश्मीरी लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग और अधिकार को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए, ताकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों पर आत्मनिर्भर हो सके.
I welcome restoration of the ceasefire along the LOC. The onus of creating an enabling environment for further progress rests with India. India must take necessary steps to meet the long-standing demand & right of the Kashmiri people to self determination acc to UNSC resolutions.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 27, 2021
बता दें कि नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को दोबारा लागू करने के बीती 24 फरवरी की आधी रात को दोनों देशों के डीजीएमओ स्तर पर समझौता किया गया. दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर हुआ यह समझौता के तहत नियंत्रण रेखा पर हिंसा के स्तर को नीचे लाने के लिए सहमत होने के दो घंटे बाद से ही लागू हो गया था.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, भारत-पाकिस्तान शांति के लिए एक और मौका देना चाहते हैं. संघर्ष विराम के तौर पर वर्ष 2020 बेहद खराब ही रहा. पिछले साल 4,645 बार संघर्ष विराम उल्लंघन हुआ. हालांकि, यह वर्ष 2018 में 1,629 और वर्ष 2019 में 3,168 की तुलना में ये एक नया रिकॉर्ड था. अकेले 2021 के पहले 2 महीनों में ही 591 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ. पुलवामा हमले और धारा 370 को निरस्त करने के बाद 2019 में एक नाटकीय ढंग से ये सब बढ़ा.
भारत-पाकिस्तान की सेना की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि हमने नियंत्रण रेखा और अन्य सभी क्षेत्रों के साथ एक स्वतंत्र, स्पष्ट और सौहार्दपूर्ण वातावरण में स्थिति की समीक्षा की है. दोनों पक्षों ने नियंत्रण रेखा को लेकर हुए सभी समझौतों, समझ और संघर्ष विराम का कड़ाई से पालन करने पर सहमति जताई और 24/25 फरवरी 2021 की आधी रात से इसे लागू कर दिया गया है.
Posted by : Vishwat Sen