LPG Price : रसोई गैस की कीमत में 100 टका की बढ़ोतरी, 1400 से ज्यादा चुकानी होगी अब कीमत

LPG Price : रसोई गैस की कीमत में लगातार वृद्धि से जनता परेशान हो चुकी है. यदि इसी तरह से महंगाई जारी रही तो जनता सड़क पर उतरकर विरोध करेगी.

By Amitabh Kumar | October 3, 2024 1:59 PM
an image

LPG Price : बांग्लादेश में रसोई गैस की कीमत आसमान छू रही है. यहां 12 किलोग्राम वाले Liquefied Petroleum Gas (एलपीजी) सिलेंडर की कीमत में 35 टका की बढ़ोतरी हुई है. इससे इसकी नई कीमत 1,455 टका हो चुकी है. पिछले चार महीनों में कुल 100 टका की बढ़ोतरी LPG में देखी गई. जनता की जेब पर महंगाई का जोरदार झटका लगा है.

मध्यम वर्ग और निम्न आय वाले उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित संगठन, बांग्लादेश उपभोक्ता संघ (सीएबी) की प्रतिक्रया एलपीजी महंगी होने के बाद आई है. संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि महंगाई का दौर इसी तरह से जारी रहा तो जनता को विरोध करने के लिए सड़क पर उतरना होगा.

फरवरी से पहले LPG की कीमत में कमी की कोई संभावना नहीं : बीईआरसी

बांग्लादेश ऊर्जा विनियामक आयोग (बीईआरसी) के अनुसार, फरवरी से पहले कीमत में कमी की कोई संभावना नहीं है. बीईआरसी हर महीने एलपीजी की कीमत को संशोधित करता है. एलपीजी का आयात मूल्य अपरिवर्तित रहा है, डॉलर की मजबूती के कारण कीमत में थोड़ी वृद्धि हुई है.

चार महीने में कितनी बढ़ी LPG की कीमत

बीईआरसी के अनुसार, पिछले चार महीनों में 12 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 100 टका की वृद्धि हुई है. जुलाई में कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हुई, जब 12 किलो के सिलेंडर की कीमत 3 टका बढ़ी. अगस्त में 11 टका बढ़कर 1,377 टका हो गई. सितंबर तक कीमत 1,421 टका तक पहुंच गई और इस महीने इसमें 35 टका और बढ़ गया.

Read Also : LPG Price: 1 अक्टूबर से मंहगा हुआ LPG सिलेंडर, त्योहारों से पहले महंगाई का झटका, जानें क्या है रेट 

क्यों बढ़ रही है LPG की कीमत

बांग्लादेश ऊर्जा विनियामक आयोग के सचिव बैरिस्टर मोहम्मद खलीलुर रहमान खान ने बताया कि एलपीजी की कीमतों को मासिक आधार पर संसोधन किया जाता है. यह मुख्य रूप से सऊदी सीपी (अनुबंध मूल्य) पर आधारित है. बीईआरसी प्रत्येक महीने के अंत में एलपीजी के लिए कच्चे माल ब्यूटेन और प्रोपेन की कीमतों को समायोजित करता है. बांग्लादेश में कीमतों में उतार-चढ़ाव काफी हद तक इन कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि और गिरावट से प्रभावित होती है. हालांकि, सर्दियों में यूरोपीय देशों में मांग बढ़ जाती है, जिससे वैश्विक बाजार की कीमतें बढ़ जाती हैं.

Exit mobile version