लाहौर : पाकिस्तान के तरलीकृत पेट्रोलियम गैस उद्योग संघ ने इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी, तो वे 31 जुलाई को पूरे देश में गैस की आपूर्ति बंद कर देंगे.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया है कि व्यापारियों ने सरकार की नयी नीति को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. साथ ही मांग की है कि भूमि मार्गों के जरिये आयात किये जा रहे एलपीजी पर नियामक शुल्क समाप्त किया जाये.
एसोसिएशन के अध्यक्ष इरफान खोखर ने लाहौर में एक सम्मेलन में कहा, ”एलपीजी गरीबों के लिए ईंधन है और उद्योग को कर मुक्त घोषित किया जाना चाहिए.” उन्होंने आग्रह किया कि एलपीजी उत्पादन बढ़ाने के लिए जमशोरो संयुक्त उद्यम को तत्काल शुरू किया जाये. साथ ही खोखर ने यह भी मांग की कि एलपीजी के हस्तांतरण में पुलिस के सीधे हस्तक्षेप को तत्काल रोका जाये.
उन्होंने कहा कि मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के किसी भी उल्लंघन के मामले में नागरिक सुरक्षा और नगर कार्यालयों के कर्मचारी पुलिस के बजाय एक सहायक आयुक्त और उपायुक्त के आदेश पर कार्रवाई करें. खोखर ने दावा किया कि गुजरांवाला में इस्तेमाल किये गये लोहे के ड्रम से ‘घटिया’ सिलेंडर, दीवार और बजर का निर्माण किया जा रहा था, जिससे विस्फोट हुआ.
उन्होंने इनका निर्माण करनेवाली फैक्टरियों को तत्काल बंद करने की मांग की. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, ”अगर हमारी मांगें नहीं मानी गयीं, तो हम आज लाहौर मेट्रो बस सेवा बंद कर देंगे. साथ ही 31 जुलाई को देशव्यापी हड़ताल होगी और पूरे देश में गैस की आपूर्ति बंद कर दी जायेगी.”
एलपीजी एसोसिएशन के अधिकारी और सम्मेलन में शामिल अन्य शहरों के प्रतिभागी रैली के रूप में कलमा चौक पहुंचे और लाहौर मेट्रो बस सेवा का ट्रैक जाम कर दिया. साथ ही उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की.