Maldives Elections: मालदीव में रविवार को हुए संसदीय चुनाव चीन के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं. जी हां…राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीपुल्स नेशनल कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है. इसका मतलब है कि देश के लोगों ने मुइज्जू के समर्थन में वोट किया जिनका चीन की ओर ज्यादा झुकाव है. आपको बता दें कि कुल 93 निर्वाचन क्षेत्रों में सांसद चुने जाने के लिए मतदान लोगों ने किया था.
इस चुनाव को देश के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लिए बहुत खास माना जा रहा है. उनकी नीतियों पर मालदीव में प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे भारत और चीन की पैनी नजर रहती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 20वीं पीपुल्स मजलिस (संसद) के लिए मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह 8:00 बजे से शुरू हुआ जो शाम 5:30 बजे तक चला. मतदान समाप्त होते ही निर्वाचन अधिकारियों ने देश भर में मतपेटियों को सील कर दिया जिसके बाद मतगणना शुरू हुई.
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लिए चुनाव था महत्वपूर्ण
चीन समर्थक नेता के रूप में देखे जाने वाले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है. ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव से कुछ ही दिन पहले ही विपक्षी दलों ने 2018 से उनके कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट लीक होने की बात कही थी और राष्ट्रपति के खिलाफ जांच के साथ-साथ महाभियोग चलाये जाने की मांग की थी, हालांकि मुइज्जू की ओर से इन सारे रिपोर्ट को खारिज करने का काम किया गया.
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मालदीव हिंद महासागर में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जगह पर स्थित
आपको बता दें कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू जब से पद पर काबिज हुए हैं, सांसदों ने उनके तीन नामितों को कैबिनेट में शामिल करने पर रोक लगा दी है. मुइज्जू ने वोट डाले के बाद कहा था कि प्रत्येक नागरिक को मतदान के अपने अधिकार का प्रयोग करना चाहिए. उल्लेखनीय है कि मालदीव हिंद महासागर में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जगह पर स्थित है जिस वजह से चीन की नजर इसपर है. मुइज्जू ने चीन समर्थक रुख अपनाया और देश के एक द्वीप पर तैनात भारतीय सैनिकों को हटाने का काम किया.